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शिक्षा का धन ही सहेजकर रखा जा सकता है-विधायक

वाणीश्री चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित विजडम एकेडमी स्कूल सिहावा रोड में सोमवार की शाम 11वां वार्षिकोत्सव विधायक रंजना साहू के मुख्य आतिथ्य में हुआ

शिक्षा का धन ही सहेजकर रखा जा सकता है-विधायक
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धमतरी। वाणीश्री चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित विजडम एकेडमी स्कूल सिहावा रोड में सोमवार की शाम 11वां वार्षिकोत्सव विधायक रंजना साहू के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कलेक्टर डॉ. सीआर प्रसन्ना, विशेष अतिथि के रूप में कवि सुरजीत नवदीप, आशा जैन, श्याम भट्टड मौजूद रहे। वार्षिकोत्सव के इस आयोजन में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। जिसका उपस्थितजनों ने घंटों तक लुत्फ उठाया। इस अवसर पर विधायक रंजना साहू ने कहा कि बच्चे प्रतिदिन पढ़ाई में व्यस्त रहते हैं लेकिन वाषिकोत्सव बच्चों के लिए अहम दिन होता है। इसलिए यह दिन उनकी मर्जी से चलता है। उन्होंने कहा कि विजडम स्कूल की शुरूआत कम बच्चों के एडमिशन से हुई थी। यहां जिस ढंग से पढ़ाई और बच्चों के विकास के लिए गतिविधियां संचालित होती है उससे दर्ज बच्चों की संख्या भी बढ़ी है।

इसके लिए स्कूल के शिक्षकों की मेहनत ही प्रमुख कारण है। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई ही नहीं अन्य क्षेत्रों में भेजने की जरूरत है। बच्चों में मानसिक विकास और संस्कार के लिए माताओं का भी योगदान रहता है। दिनभर स्कूल में बच्चे पढ़ाई के बाद जब घर लौटते हैं तो माता-पिता की जिम्मेदारी बनती है, उनका बच्चा क्या कर रहा है। इस पर भी नजर रखने की जरूरत है। हर व्यक्ति धन कमा लेता है शिक्षा ही एक ऐसा धन है जिसे सहेजकर रखा जा सकता है। कलेक्टर डॉ. सीआर प्रसन्ना ने स्कूली बच्चों के विकास के लिए सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि पालक अपने बच्चों को 6वीं, 7वीं के बाद किस क्षेत्र में भेजना है, उसे तय कर लें। हमारे देश और खासकर छत्तीसगढ़ में यह मानसिकता बन गई है कि उनका बेटा पढ़ लिखकर डॉक्टर, इंजीनियर या सरकारी नौकरी करे। यह मानसिकता बच्चों को आगे बढ़ने में बाधित करता है।

इसलिए समावेशी समाज की जरूरत है। उन्होंने विदेशों के बारे में जानकारी दी कि कनाडा जैसी जगहों में इंडिया के डाक्टर ज्यादातर हैं। हमारे देश के अस्पतालों में डाक्टरों की कमी है। उन्होंने बच्चों से कहा कि खेल के क्षेत्र में भी जाकर अपना कैरियर बना सकते हैं। खेल चुनने से पहले यह बात ध्यान में जरूर रखना होगा कि वह खेल मान्यता प्राप्त है या नहीं। 12वीं पास के बाद कोई छात्र आर्मी में जाना चाहता है तो मान्यता प्राप्त नेशनल खेल का अपना अलग महत्व होता है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों से विजडम स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि यह स्कूल आगे चलकर मानव संसाधन का रिर्सोस सेंटर बने। कलेक्टर नेे स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों को भी बधाई दी। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि आशा जैन ने भी सम्बोधित करते हुए स्कूली बच्चों एवं स्कूल की व्यवस्था के बारे में कही।

विशिष्ट अतिथि कवि सुरजीत नवदीप ने कहा कि स्कूल दिनों दिन प्रगति के सोपान तय कर रहा है। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। स्कूल के चेयरमेन दीपक लखोटिया, संचालक विशेष लखोटिया, वर्षा लखोटिया, प्राचार्य नीता नेताम ने अतिथियों का स्वागत किया।
बच्चों ने दी मनभावन प्रस्तुति
वार्षिकोत्सव के आयोजन में विजडम स्कूल के नर्सरी से लेकर उच्च क्लास तक के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। जिसमें नृत्य, गायन, प्रहसन आदि प्रस्तुत किये गये। बच्चों ने अपने कार्यक्रम के माध्यम से उपस्थितजनों को काफी प्रभावित किया।


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