अतिथि शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति में शिक्षा विभाग नाकाम, शिक्षकों ने रखी मांग
दिल्ली के राजकीय विद्यालयों में एक जुलाई से लागू पोस्ट फिक्सेशन 2016-17 के कारण सरप्लस अतिथि शिक्षकों को पुनर्नियुक्ति नहीं दी जा सकी

नई दिल्ली। दिल्ली के राजकीय विद्यालयों में एक जुलाई से लागू पोस्ट फिक्सेशन 2016-17 के कारण सरप्लस अतिथि शिक्षकों को पुनर्नियुक्ति नहीं दी जा सकी। स्कूल खुलने के 20 दिन बाद भी रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों की तैनाती नहीं होने से विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम लगातार पिछड़ता जा रहा है।
शिक्षकों के मुताबिक शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते अतिथि शिक्षकों की उपलब्धता होने के बाद भी विद्यालयों में शिक्षक तैनात करने में अनावश्यक देरी की जा रही है जिसका खामियाजा जहां एक ओर अतिथि शिक्षकों को आर्थिक और मानसिक हानि के रूप में उठाना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
अतिथि शिक्षक सौरभ ने बताया कि अतिथि शिक्षकों की जल्द समस्याओं में लिए अलग से अतिथि शिक्षकों सेल बनाया गया था लेकिन यही ब्रांच समस्याओं को सुलझाने की जगह परेशानी का कारण बन गया है। गेस्ट टीचर ब्रांच बनने से पहले कार्य आसानी से हो जाते थे लेकिन अब अतिथि शिक्षकों की समस्याओं को कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। अतिथि शिक्षकों का धैर्य अब जबाव देने लगा है।जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर गेस्ट टीचर सेलतक अब गेस्ट टीचरों का हंगामा देखने मिल रहा है।
अतिथि शिक्षकों ने पीएफसी को वापस लेकर 2017 की छात्र संख्या और शिक्षा का अधिकार नियम के प्रावधानों के अनुसार बनाकर लागू करने, चार जुलाई के जारी सर्कुलर लास्ट कम फर्स्ट आउट को वापस लेने तथा ट्रांसफर लिस्ट केकारण आ रही परेशानियों एवं रिलीव अतिथि शिक्षकों को तत्काल नियुक्ति देने की मांग की है।


