Top
Begin typing your search above and press return to search.

सीएम हेमंत को ईडी के समन और कांग्रेस विधायकों पर आईटी रेड पर झारखंड में सियासी संग्राम, यूपीए-भाजपा में जुबानी जंग

ईडी की तरफ से सीएम हेमंत सोरेन को अवैध माइनिंग के मामले में ईडी के समन के बाद कांग्रेस विधायकों के ठिकानों पर इनकम टैक्स के रेड को लेकर झारखंड में सियासी संग्राम मच गया है

सीएम हेमंत को ईडी के समन और कांग्रेस विधायकों पर आईटी रेड पर झारखंड में सियासी संग्राम, यूपीए-भाजपा में जुबानी जंग
X

रांची। ईडी की तरफ से सीएम हेमंत सोरेन को अवैध माइनिंग के मामले में ईडी के समन के बाद कांग्रेस विधायकों के ठिकानों पर इनकम टैक्स के रेड को लेकर झारखंड में सियासी संग्राम मच गया है। इसे लेकर यूपीए और भाजपा नेताओं के बीच जबर्दस्त जुबानी जंग शुरू हो गई है। इस बीच यूपीए ने संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए शनिवार को राज्य के सभी जिलों में प्रदर्शन का एलान किया है, तो दूसरी तरफ भाजपा ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ 7 नवंबर से लेकर 13 नवंबर तक सभी प्रखंडों में हल्ला बोल धरना का कार्यक्रम तय किया है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी और आईटी जैसी जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन जुबानी हमला जारी रखा। उन्होंने डाल्टनगंज में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी के इशारे पर मुझे ईडी का समन भेजा जा रहा है और सत्तारूढ़ विधायकों को यहां इनकम टैक्स के लोग बीजेपी की गाड़ी में छापामारी करने जा रहे हैं।

उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी वालों को शर्म आनी चाहिए, उन्हें डूब मरना चाहिए। इनकी काली करतूतों की वजह से राज्य की जनता ने डबल इंजन वाली इनकी सरकार को उखाड़ फेंका था। लेकिन आदिवासी और दलितों को कुर्सी पर देखना इन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा है। ये लोग बेशर्मी की सारी हदे पार कर चुके हैं।

उन्होंने आदिवासियों से अपील की कि गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को कतई वोट नहीं दें। इसके पहले गुरुवार को उन्होंने सीएम आवास के पास झामुमो कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा के जो लोग हमारे खिलाफ धरना देने वाले हैं, उन्हें चिन्हित करें। ऐसे लोगों को माकूल जवाब दिया जायेगा।

इधर भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने पलटवार करते हुए कहा है कि अनुच्छेद 19 (1) (बी) के तहत नागरिकों को अधिकार है कि वो अपनी मांग और किसी बात का विरोध करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से एक जगह इकट्ठा होकर धरना-प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के पद पर बैठा शख्स अपने कार्यकर्ताओं को कह रहा है कि भाजपा के धरना में शामिल होनेवालों की पहचान करो, उन्हें वक्त पर सबक सिखायेंगे।

मरांडी ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री राज्य में टारगेट पॉलिटिकल किलिंग करने का आदेश दे रहे हैं? क्या ये भाजपा के कार्यकर्ताओं को धमकी नहीं है। मुख्यमंत्री को भेजे गए ईडी समन की चर्चा करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि हेमंत सोरेन ईडी के सामने हाजिर होने से जिस तरह डर रहे हैं, उससे साफ है कि भ्रष्टाचार में लिप्त यह सरकार मुंह दिखाने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस सरकार को उखाड़ फेकेगी।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it