Top
Begin typing your search above and press return to search.

अर्थव्यवस्था में गिरावट अस्थायी: वेंकैया नायडु

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर होने वाले राजनीतिक हमलों से सरकार का बचाव किया

अर्थव्यवस्था में गिरावट अस्थायी: वेंकैया नायडु
X

नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर होने वाले राजनीतिक हमलों से सरकार का बचाव करते हुए आज कहा कि विश्व बैंक एवं निजी क्षेत्र में उद्योगपतियों का कहना है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर अर्थव्यवस्था में आयी गिरावट अल्पकालिक है और बाद में इसका देश पर व्यापक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

नायडु ने यहां भारतीय रेलवे एवं मेट्रो में प्रौद्याेगिकी उन्नयन पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन अवसर के माैके पर अपने संबोधन में कहा कि आज कल जीएसटी के असर पर चर्चा हो रही है।

उन्होंने कहा कि अखबारों में प्रमुख रूप से तीन चार खबरें आयीं हैं जिनमें से एक में विश्व बैंक के प्रमुख का बयान है कि भारत में जीएसटी के कारण अर्थव्यवस्था में आई गिरावट अस्थायी है और बाद में इसके जबरदस्त प्रभाव दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक समाचार में हाल के दिनों में कारों की बिक्री में 15 प्रतिशत से अधिक इजाफे की बात कही गयी है।

मारुति, सोनी, पैनासोनिक, गोदरेज जैसे कई बड़े कार एवं एफएमसीजी विनिर्माताओं ने कहा है कि लाेगों में प्रीमियम रेंज में उनके उत्पादों की बिक्री में खासी वृद्धि दर्ज की गयी है। सोनी इंडिया, एलजी इलैक्ट्रॉनिक्स, मारुति सुज़ुकी, ह्यूंदे के कार्यकारी प्रमुखों ने भी अर्थव्यवस्था को लेकर ऐसे ही विचार व्यक्त किए हैं।

उन्होंने कहा कि वे बुद्धिमान लोग हैं और जो कहते हैं, वह सोच समझ कर कहते हैं। दुनिया हमारी ओर देख रही है और निवेश करने की इच्छुक है। भारत निवेशकों का पसंदीदा स्थल बन चुका है।

उन्होंने कहा कि देश में जब ज्ञान यज्ञ होगा तो उससे अच्छा परिणाम आएगा। उल्लेखनीय है कि भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा और कांग्रेस के नेताअों द्वारा अर्थव्यवस्था में गिरावट को लेकर सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं।

मोदी सरकार में मंत्री रहे नायडु के इस बयान को इन्हीं हमलों का जवाब माना जा रहा है। रेलवे के विकास के बारे में नायडु ने कहा कि रेलवे के विकास के लिये नवान्वेषण तथा शोध एवं विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना होगा। सुरक्षा, कौशल एवं गति में नयी प्रौद्याेगिकी के माध्यम से सुधार करके रेलवे को बहुजन हिताय बहुजन सुखाय के मंत्र पर काम करने की जरूरत है।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि गाड़ियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए पैसे की कोई कमी नहीं हो सकती है। नाइट विज़न उपकरण, एंटी कोलिजन डिवाइस, बेहतर लोकोमोटिव्स, कचरे की निस्तारण प्रणाली, सिगनलिंग सिस्टम के लिए प्रौद्योगिकी की जरूरत है। समारोह को नीति आयोग के सदस्य एवं पूर्व रक्षा वैज्ञानिक वी के सारस्वत तथा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने भी संबोधित किया। दो दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में दस सत्र होंगे अौर देश-विदेश करीब 50 लोेग अपने प्रस्तुतीकरण देंगे। इसमें विश्व भर में प्रचलित रेलवे प्रौद्याेगिकी के भारतीय रेलवे में अपनाये जाने पर विचार विमर्श होगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it