देश में आर्थिक मंदी चरम पर, केंद्र असफल : ओझा
मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने एक बयान में कहा कि मंदी के चरम पर होने के कारण ही गरीबी, आर्थिक असमानता और बेरोजगारी के संकट गहराने लगे हैं

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से अपने 80 से अधिक वर्षों के इतिहास में सरप्लस धनराशि में से एक लाख 76 हजार करोड़ रुपए केंद्र सरकार को देने के प्रस्ताव के परिप्रेक्ष्य में आज कहा कि इससे साबित होता है कि देश आर्थिक मंदी के दौर में चरम पर है।
श्रीमती ओझा ने यहां एक बयान में कहा कि मंदी के चरम पर होने के कारण ही गरीबी, आर्थिक असमानता और बेरोजगारी के संकट गहराने लगे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आरबीआई से प्रोत्साहन पैकेज लेना इस बात का सबूत है कि अर्थव्यवस्था की हालत दयनीय और चिंताजनक है। इससे यह साबित भी होता है कि केंद्र की मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर बुरी तरह से नाकाम हो रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट के समय एक लाख 76 हजार करोड़ रूपयों की राशि 'गायब' होने की जानकारी सामने आयी थी। अब आरबीआई की ओर से पैकेज लेना के कदम से लगता है कि सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को बचाने के लिए इस तरह के कार्य कर रही है। श्रीमती ओझा ने पिछले कुछ वर्षों में आरबीआई में हुए घटनाक्रमों का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा प्रोत्साहन पैकेज पूरी तरह से गलत है।
श्रीमती ओझा ने कहा कि केंद्र सरकार खासतौर से केंद्रीय वित्त मंत्री देश की आर्थिक त्रासदी से निजात पाने में असफल साबित हो रहे हैं।


