Top
Begin typing your search above and press return to search.

व्यवस्था के केंद्रीयकरण की वजह से देश में आर्थिक संकट : गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में आर्थिक संकट पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा व्यवस्था का केंद्रीयकरण करने की वजह से देश में ऐसे हालात बने हैं

व्यवस्था के केंद्रीयकरण की वजह से देश में आर्थिक संकट : गहलोत
X

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में आर्थिक संकट पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा व्यवस्था का केंद्रीयकरण करने की वजह से देश में ऐसे हालात बने हैं।

श्री गहलोत ने मंगलवार को यहां श्री गहलोत मंगलवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स के राष्ट्रीय सेमिनार ’प्रकर्ष’ को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा व्यवस्था में पूरा नियंत्रण पीएमओ का है। जिसके चलते देश में हालत बिगड़ गये हैं। किसी भी दल के लिये सरकार का नियंत्रण एक ही जगह होगा, तो ऐसी स्थिति बनती है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की तरक्की का आधार वहां की अर्थव्यवस्था होती है। मजबूत अर्थव्यवस्था के बिना विकास संभव नहीं है। देश का भविष्य अर्थव्यवस्था पर निर्भर है। अगर देश की अर्थव्यवस्था नहीं रहेगी तो देश कहां जायेगा।

श्री गहलोत ने कहा कि हम कितनी ही राष्ट्रवाद, अनुच्छेद 370 और राममंदिर की बात करें, बिना रोजगार के देश कैसे चलेगा। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था हमारी सोच से ज्यादा बिगड़ चुकी है और आईसीयू में जा चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्यों की स्थिति खराब हो रही है। वित्त आयोग की सिफारिश से राज्यों को जो कोष मिलता है, वह मिल नहीं रहा है, क्योंकि जीएसटी कम हो गयी है। राजस्थान सरकार के 11 हजार करोड़ रुपये कम हो गये हैं, ऐसे में कोई विकास कैसे कर सकता है।

श्री गहलोत ने कहा कि देश धर्म के आधार पर नहीं बल्कि संविधान के आधार पर चलते हैं। संविधान के आधार पर ही सरकारें बनती हैं। अगर धर्म के आधार पर देश चलते तो पाकिस्तान के दो टुकड़े नहीं होते। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे भारत के संविधान की प्रस्तावना को पढ़ें और उसकी भावना के अनुरूप देश को आगे ले जाने में अपना सहयोग करेें।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह शासन की नीति के साथ काम कर रही है। सीए जगत की भी इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका है। उनके सुझाव सुशासन और अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में मददगार साबित हो सकते हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it