दुर्ग : गोल्ड लोन कंपनी में डकैती का प्रयास
दुर्ग ! गोल्ड लोन कंपनी पोलसाय पारा में हुई लूट की घटना के मास्टर माइंड कहे जाने वाले रिटायर्ड एएसपी दिलीप सिंह राठौर सहित चार आरोपियों को आज न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।

दुर्ग ! गोल्ड लोन कंपनी पोलसाय पारा में हुई लूट की घटना के मास्टर माइंड कहे जाने वाले रिटायर्ड एएसपी दिलीप सिंह राठौर सहित चार आरोपियों को आज न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां से उन सभी को 30 मार्च तक के लिये जेल भेज दिया गया है। इस घटना का सरगना दिलीप सिंह राठौर दुर्ग में पदस्थ रह चुका है। अपने पुलिसिंग कार्यकाल में सैकड़ों अभियुक्तों को जेल भिजवाने वाले राठौर को आज स्वयं कटघरे में खड़ा होना पड़ा जिसे देखकर न्यायालय में उपस्थित वकीलों, स्टाफ कर्मियों के साथ आम लोगों में भी तरह तरह की प्रतिक्रिया रहीं। उल्लेखनीय है कि एक आरोपी संजीव राय ने राठौर से कर्ज लिया था जिसकी वसूली के लिए ही राठौर ने बनाई थी डकैती की योजना।
राठौर के साथ ही जिन अन्य आरोपियों को आज मुख्या न्यायिक मजिस्टे्रेट आनंद प्रसाद दीक्षित के न्यायालय में पेश किया गया उनमें संजीव कुमार राय(36), मुकेश यादव (42), मनोज सिंह (47) भी शामिल है। आरोपी संजीव कुमार राय भी दुर्ग में पदस्थ रह चुके रिटायर्ड पुलिस अधिकारी राज किशोर राय का पुत्र है। संजीव कुमार राय ने इस वारदात के सरगना रहे रिटायर्ड एएसपी दिलीप सिंह राठौर से 3 लाख रूपये की लंबी उधार लिया था। एवज में उसने अपने पिता श्री राय के हस्ताक्षर वाला ब्लेंक चेक राठौर को दिया था। यह चेक बाउन्स हो जाने के बाद राठौर, राय पर अपनी रकम वसूलना के लिये अनाप शनाप दबाव बनाता रहा। इसी दबाव के चलते उसने संजीव राय पर आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनी में डकैती के लिये दबाव बनाया और पूरी कार्ययोजना तैयार कर उसे देशी कट्टा सहित अन्य हथियार भी उपलब्ध कराये। इसके साथ ही तीन अन्य आरोपियों की टीम भी उसे दी। चंूकि मुख्य आरोपी राठौर अपने रियारमेंट के बाद इस कंपनी में दो तीन वर्षो तक सुरक्षा अधिकारी के रूप में कार्य कर चुका था। अत: उसे कंपनी के भवन के अंदर बाहर की भी पूरी जानकारी थी।
उल्लेखनीय है कि 14 मार्च की शाम करीब 6.15 बजे उक्त तीनों आरोपी संजीव राय, मनोज सिंह, एवं मुकेश यादव गोल्ड लोन कंपनी पोलसाय पारा पहुंचे। मुकेश यादव कंपनी के बाहर पहरेदारी कर रहा था। शेष दो अन्य संजीव राय, मनोज सिंह, मुख्य आरोपी राठौर द्वारा कंपनी कार्यालय भवन के दिये गये नक्शे के आधार पर कंपनी के गलियारे में पहुंचे। ये लोग गलियारे में लगे सायरन का वायर काट रहे थे कि एकाएक वहीं से गुजरते कंपनी के एक कर्मचारी ओमप्रकाश यादव की उन पर नजर पड़ी तो उन्होंने दोनों को तेज आवाज में डांटा जिससे फुर्ती से इन लोगों ने श्री यादव को देशी कट्टा से धमकाते हुए फर्श पर गिरा दिया और भाग खड़े निकले। इस घटना की सूचना तत्काल ही श्री यादव ने कोतवाली पुलिस को दी। सूचना पाते ही पुलिस टीम मौका ए वारदात पर पहुंची । कंपनी में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये।
फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू हो गई। सीसीटीवी फ ुटेज के अलावा मुखबिरों के सहयोग से पुलिस ने एक आरोपी संजीव राय को सुपेला भिलाई से पकड़ा गया। राय के बताने पर अन्य आरोपी भी पकड़ लिये गये।
इन सभी आरोपियों सरगना डी.एस.राठौर पिता पी.एस.राठौर (65), नेहरू नगर ईस्ट भिलाई रिटायर्ड एएसपी, संजीव कुमार राय पिता राजकिशोर राय (36) हनुमान नगर तितुरडीह, मुकेश यादव पिता बालकिशन यादव (42) नेहरू नगर माल के सामने तथा सांई लॉज दुर्ग का मैनेजर मनोज सिंह पिता जोगिंदर सिंह (47) हमदारपुर थाना माली जिला औरंगाबाज बिहार है। आज इन्हें न्यायालय में पेश किया गया जहां से 15 दिन के लिये 30 मार्च तक जेल भेज दिया गया। राठौर द्वारा लगाई गई जमानत याचिका भी निरस्त कर दी गई।


