केन्द्रीय जेल में कैदी की मौत
दुर्ग ! स्थानीय केन्द्रीय जेल में दुष्कर्म के एक सजायाफ्ता कैदी सुनील कुमार सोनकर (33) की मौत हो गई। जेल प्रशासन ने सुनील की मौत का कारण उसकी बीमारी बताया है

मृतक के पिता ने कहा मामला संदिग्ध, मजिस्ट्रियल जांच की मांग
दुर्ग ! स्थानीय केन्द्रीय जेल में दुष्कर्म के एक सजायाफ्ता कैदी सुनील कुमार सोनकर (33) की मौत हो गई। जेल प्रशासन ने सुनील की मौत का कारण उसकी बीमारी बताया है किंतु उसके पिता रामशिरोमणि सोनकर ने सुनील की मौत को संदिग्ध मानते हुए पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है। श्री सोनकर ने अपनी मांग को लेकर कलेक्टर को एक लिखित पत्र भी सौंपा है।
इंदिरा नगर दत्ता खटाल के पास सुपेला के रहने वाले सुनील कुमार सोनकर को दुर्ग न्यायालय से दुष्कर्म के मामले में दोषी पाये जाने पर 10 वर्ष की सजा सुनाई थी। इस फैसले के खिलाफ उसने हाईकोर्ट में अपील की थी किंतु हाईकोर्ट ने भी उसकी सजा को बरकरार रखा था। इस पर उसे केन्द्रीय जेल के बैरक क्रमांक 4 में निरूद्ध रखा गया था।
जेल सूत्रों के अनुसार कैदी सुनील कुमार को आज सुबह सीने में दर्द के साथ ही श्वांस लेने में तकलीफ हो रही थी। जेल अधिकारियों को इसकी सूचना मिलते ही सुबह 5-6 के बीच उसे जिला अस्पताल इलाज के लिये भेजा गया जहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। सिटी कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है। विवाहित सुनील कुमार के दो बच्चे है। सुनील के शव का पोस्टमार्टम तहसीलदार अजीत चौबे, पुलिस की मौजूदगी में दो चिकित्सकों द्वारा किया गया। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
पिता ने की मजिस्ट्रियल जांच की मांग
मृतक सुनील के पिता रामशिरोमणि सोनकर ने कलेक्टर को पत्र सौंपकर सुनील की मौत की मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है। कलेक्टर को सौपें गये पत्र में श्री सोनकर ने लिखा है कि 15 दिनों पूर्व ही मृतक के छोटे भाई संदीप सोनकर ने सुनील से जेल में मुलाकात की तब सुनील ने उसे अपनी बीमारी के बारे में कुछ भी नहीं बताया था। उन्होंने कहा है कि यदि सुनील बीमार था तो जेल प्रशासन ने इसकी सूचना सुनील के परिजनों को क्यों नहीं दी ? उन्होने जेल प्रशासन पर मृतक के परिजनों को गुमराह करने का आरोप लगाया है।


