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गेवरा खदान में डम्पर पलटा, आपरेटर की दबकर मौत

एशिया की सबसे बड़ी खुली कोयला खदान परियोजना गेवरा खदान में आज तड़के डम्पर पलटने की घटना में आपरेटर की मौत हो गई

गेवरा खदान में डम्पर पलटा, आपरेटर की दबकर मौत
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खदान में लगातार हादसों से कर्मचारियों में आक्रोश
कोरबा। एशिया की सबसे बड़ी खुली कोयला खदान परियोजना गेवरा खदान में आज तड़के डम्पर पलटने की घटना में आपरेटर की मौत हो गई।

एसईसीएल की खदानों में लगातार दुर्घटनाएं होने से कर्मचारियों में आक्रोश व चिंता व्याप्त है।
जानकारी के अनुसार घटना बुधवार तड़के लगभग 4.30 बजे की है। बताया गया कि डम्पर ऑपरेटर धीरेन्द्र मालाकार चिरमिरी से ट्रांसफर लेकर गेवरा आया था एवं विजय नगर में रहता था जबकि पूरा परिवार अंबिकापुर में रहता है। मंगलवार को रात्रि पाली की ड्यूटी पर वह गाड़ी लेकर लोड लेने खदान जा रहा था।

गेवरा परियोजना में ब्रह्मपुत्र कोल फेस 103 नंबर के डम्पर पानी में पलट गया और पानी में डूबकर ऑपरेटर की मौत हो गई। बताया गया कि जिस स्थान पर दुर्घटना हुई, वहां सड़क की चौड़ाई कम है और मोड़ भी है। सड़क के एक तरफ खदान का पानी भरा हुआ है व दूसरी तरफ कोयला का उत्खनन किया जाता है।

मोड़ पर मोड़ते वक्त डम्पर सड़क से नीचे उतरकर पानी में पलट गई जिससे गड्ढे में भरे पानी में धीरेन्द्र डूब गया। डम्पर के केबिन में भी पानी भर गया था व डम्पर में दबे होने के कारण धीरेन्द्र डूबकर पड़ा रहा। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के कर्मचारी मौके पर पहुंचे।

कड़ी मशक्कत के बाद धीरेन्द्र को पानी से बाहर निकाला जा सका। इधर दुर्घटना की सूचना प्रबंधन के अफसरों व दीपका पुलिस को दी गई। एनसीएच गेवरा अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अनुज मोहन को घटनास्थल पर परीक्षण हेतु बुलाया गया जहां चिकित्सक ने परीक्षण के बाद धीरेन्द्र को मृत घोषित कर दिया।

अल सुबह शव को पीएम के लिए एनसीएच गेवरा अस्पताल ले जाया गया। इस बीच घटना की जानकारी धीरेन्द्र के अंबिकापुर निवासी परिजनों को दे दी गई जो गेवरा पहुंचे। दीपका पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम बाद परिजनों के सुपुर्द कर मामले की विवेचना जारी रखी है।

आपरेटर धीरेन्द्र मालाकार की हादसे में हुई मौत के बाद सहकर्मी सकते में हंै। दुर्घटना के दौरान आपरेटर के साथ काम कर रहे सहकर्मी अरविंद सिंह के मुताबिक मौके पर दुर्घटनाग्रस्त वाहन लोड नहीं ले रहा था फिर भी धीरेन्द्र प्रयास कर रहा था कि कम चौड़ी सड़क पर डम्पर मोड़ते वक्त हादसा हो गया। वहां पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था का भी अभाव था।

थम नहीं रहे हादसे, डीजीएमएस नाकाम
एसईसीएल की खदानों में सुरक्षा उपायों को लेकर बरती जा रही लापरवाही के कारण हादसे-दर-हादसे घटित हो रहे हंै। गेवरा-दीपका खदान में डम्पर दुर्घटनाग्रस्त होने के कई मामले सामने आ चुके हैं। वाहनों में पर्याप्त लाइट की कमी, संकरे रास्ते पर परिचालन सहित रख-रखाव में कोताही बरता जाना हादसों की वजह कर्मचारी बताते हैं। पहले भी खदान में डम्पर पलटने व उसमें आग लगने की घटना से सबक नहीं लिया गया। दूसरी ओर खदानों में होने वाली दुर्घटनाओं के संबंध में खान सुरक्षा महानिदेशालय को खास जिम्मेदारी दी गई है।

इसके तहत डीजीएमएस हादसे के कारणों को जानकर उनका समाधान और जवाबदेही तय करने का काम करता है। जिले में हुए कई हादसों के बाद डीजीएमएस की टीम द्वारा निरीक्षण तो किया गया व निर्देश भी दिए गए लेकिन कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा।


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