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किसान संगठनों का समर्थन मिलने से ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे की बढी मुश्किलें

दयानतपुर गांव के समीप नौ दिन से किसानों का धरना जारी

किसान संगठनों का समर्थन मिलने से ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे की बढी मुश्किलें
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- रवि कुमार सिंह

जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को हरियाणा के बल्लभगढ़ तक जोड़ने के लिये बनने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के प्रदेश में बनने वाले हिस्से के भूमि अधिगृहण से प्रभावित किसानों द्वारा मुआवजा बढ़ाने की मांग को अन्य किसान संगठनों से भी समर्थन मिलना शुरू हो गया जिससे किसानों में अपनी मांगों को लेकर लगातार उत्साह बढ़ रहा है तथा प्रशासन की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं।

ज्ञात हो कि जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट को बेहतर कनैक्टीविटी उपलब्ध कराने के लिये बल्लभगढ तक 32.5किमी लम्बा 6लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जाना है। एक्सप्रेस वे के निर्माण से एयरपोर्ट सीधे दिल्ली मुम्बई काॅरीडोर, दिल्ली मथुरा नेषनल हाईवे व इंदिरा गांधी एयरपोर्ट दिल्ली से सीधे जुड जायेगा।

एक्सप्रेस वे का 8.5किमी का हिस्सा प्रदेश में तथा 24किमी का हिस्सा हरियाणा राज्य से होकर गुजरेगा। जिसके निर्माण के लिये एक वर्ष टेंडर प्रक्रिया पूरी की गई थी तथा निर्माण के लिये दो वर्ष की समय सीमा तय की गई थी। एक वर्ष बीते जाने के बाद अभी तक 8.5किमी के हिस्से में निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।

प्रशासन द्वारा घोषित मुआवजा पर किसानों ने जमीन देने का विरोध षुरू किया था। बाद में मुआवजा बढ़ाकर एयरपोर्ट के भूमि अधिगृहण के बराबर करने के बाद भी किसानों का गुस्सा बरकरार रहा तथा किसान 56सौ रूपये वर्ग मीटर व अन्य लाभ देने की मांग पर अड़ गये।

हालांकि किसानों पर मानसिक दबाव बनाने के लिये जिलाधिकारी मनीष वर्मा द्वारा आनन फानन में बगैर मुआवजा वितरण किये ही 25मई को पूजा अर्चना कर निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया गया।

जिससे पहले से ही विरोध पर उतारू किसानों को बैठे बिठाये एक मुददा और मिल गया। अधिकारियों के सामने ही किसानों ने विरोध प्रकट करते हुये काम में लगाई गई मषीनरी को हटा दिया तथा 26मई से आधा दर्जन से अधिक गांव के प्रभावित किसानों ने दयानतपुर गांव में धरना षुरू कर दिया।

किसान संगठनों का मिल रहा समर्थन- एक्सप्रेस वे प्रभावित किसानों की संख्या कम होने की वजह से उन्हें प्रषासन द्वारा जोर जबरदस्ती का डर सता रहा था। किसानों ने भाकियू टिकैत के राष्ट्ीय प्रवक्ता राकेष टिकैत से फोन वार्ता कर सहयोग की अपील की थी जिसपर उन्होंने सहयोग का आस्वाषन दिया था।

शुक्रवार को जेवर में भाकियू लोकषक्ति की पंचायत में पहुंचकर प्रभावित किसानों ने संगठन द्वारा सहयोग की मांग की जिसके बाद संगठन के मुखिया मास्टर ष्यौराज सिंह ने मंच से किसानों को समर्थन देने का ऐलान कर दिया।

शनिवार को भाकियू चढूनी के प्रदेष अध्यक्ष सोनपाल सिंह चैहान ने कार्यकर्ताओं के साथ धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को लिखित में समर्थन देकर प्रषासन की मुस्किलें बढ़ा दी हैं।

12जून को जेवर में राकेष टिकैत की पंचायत प्रस्तावित है जिसमें प्रभावित किसानों को समर्थन मिलने की पूरी संभावना है।


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