विद्युत कर्मियों की मनमानी के चलते सूख रही पीड़ित किसान की फसल
बकाया बिल भुगतान की एवज में विद्युत कर्मचारियों को लाखों रुपए देने व महीनों से अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी पीड़ित किसान की विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं की गई

रबूपुरा। बकाया बिल भुगतान की एवज में विद्युत कर्मचारियों को लाखों रुपए देने व महीनों से अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी पीड़ित किसान की विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं की गई।
उधर किसान की फसल सूखने के कगार पर है। हताश होकर जिलाधिकारी एवं यूपीपीसीएल के एमडी को पत्र लिखकर विद्युत आपूर्ति किए जाने व आरोपी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जिलाधिकारी बीएन सिंह को भेजे शिकायती पत्र के मुताबिक गांव म्याना निवासी विनोद पुत्र लज्जाराम का आरोप है कि उसके पिता की मृत्य के बाद पारवारिक समझौते के आधार पर खेतों पर लगी टयूबैल का विद्युत कनेक्शन पीड़ित के हिस्से में आया था।
घरेलू समस्या के कारण बिल नहीं दिए जाने के कारण वहां काफी समय से आपूर्ति ठप हो गई थी। उक्त संबंध में विद्युत उपकेंद्र रबूपुरा पर संपर्क करने पर बकाया बिल जमा करने पर आपूर्ति करने व कनेक्शन पीड़ित के नाम करने का हवाला दिया गया। आरोप है इसी के चलते करीब पीड़ित किसान ने पुराने बिल भुगतान के लिए एक लाख रुपए वहां बतौर क्लर्क कार्यरत विनय नामक व्यक्ति को देकर जल्द बिजली दिये जाने की गुहार लगाई।
दो माह तक भी आपूर्ति नहीं होने पर जब उपकेंद्र जेई से संपर्क किया गया तो उन्होनें और रूपया जमा करने की बात कहकर 16 हजार रुपए पीड़ित से वसूल लिए लेकिन आपूर्ति शुरू नहीं की गई। आरोप है इसके कुछ माह बाद लेखराज नामक व्यक्ति पीड़ित के पास पहुंचा और अपने को नोएडा विद्युत विभाग का ठेकेदार बताते हुए एक सप्ताह के अंदर विद्युत लाईन लगाकर टयूबैल चलवाने की एवज में 25 हजार रुपए की मांग की।
पीड़ित ने अपनी पानी की चाह में हो रही फसल की दुर्दशा को देखते हुए 20 हजार रुपए दे दिए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आरोप है लाखों की रकम देने तथा करीब एक वर्ष से विद्युत उपकेंद्र व अधिकारियों के चक्कर लगाने के बावजूद आज तक पीड़ित की समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। पीड़ित का कहना है कि अब तो स्थिति ऐसी हो गई कि उसे विद्युत उपकेंद्र से दुत्तकार कर भगा दिया जाता है और विभिन्न प्रकार की धमकियां दी जाती हैं।


