डीयू : छात्र तैयार रखें सर्टिफिकेट, दाखिले से जुड़ी जानकारी होगी साझा
दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिलों की तैयारी शुरू हो गई है

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिलों की तैयारी शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय ने दाखिले के इच्छुक छात्रों को 11 सितंबर तक अपने सर्टिफिकेट और प्रमाणपत्रों के साथ तैयार रहने को कहा है। दरअसल 15 सितंबर या उससे एक-दो दिन पहले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (सीयूईटी- यूजी) का रिजल्ट घोषित किया जाना है। सीयूईटी के रिजल्ट की संभावित तारीख के सामने आने के बाद अब दिल्ली विश्वविद्यालय 12 सितंबर को डीयू में दाखिले से जुड़ी जानकारी साझा करेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि डीयू से संबंधित सभी कॉलेजों में इस वर्ष कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) के माध्यम से तीन चरणों दाखिला होगा। इसके चलते इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का नया सत्र करीब 20 अक्तूबर से शुरू होने की संभावना है।
यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार के मुताबिक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा सीयूईटी-यूजी के परिणाम 15 सितंबर तक घोषित कर दिए जाएंगे। प्रोफेसर कुमार के मुताबिक यदि संभव हुआ तो सीयूईटी-यूजी का रिजल्ट 15 सितंबर एक दो दिन पहले भी घोषित किए जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही यूजीसी ने इन परीक्षाओं में हिस्सा लेने वाले सभी विश्वविद्यालयों से सीयूईटी-यूजी स्कोर के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने के लिए अपने वेब पोर्टल तैयार रखने को कहा है।
15 सितंबर के आसपास सीयूईटी-यूजी परीक्षा का परिणाम घोषित होने और दाखिला प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी अंडर ग्रेजुएट दाखिलें पूरे होने में तीन से चार सप्ताह का समय लग सकता है। दरअसल इसके पीछे मुख्य वजह यह है कि अंडर ग्रेजुएट दाखिले के लिए सामान्यता पहली, दूसरी, तीसरी और कभी कभी 3 से अधिक कट ऑफ लिस्ट जारी की जाती हैं। इसलिए इस दाखिला प्रक्रिया में कुछ समय लगता है।
गौरतलब है कि सीयूईटी यूजी के रिजल्ट के आधार पर विभिन्न विश्वविद्यालय और कॉलेज अपनी कट ऑफ लिस्ट तैयार करेंगे। इसके आधार पर ही छात्र दाखिला हासिल कर सकेंगे। यानी विश्वविद्यालयों मे फस्र्ट ईयर का नया सत्र अक्टूबर माह से शुरू हो सकता है।
सीयूईटी (यूजी) 2022 का छठा और अंतिम चरण 30 अगस्त मंगलवार को पूरा हो गया था। पूरे देश में इन परीक्षाओं के दौरान छात्रों की उपस्थिति लगभग 60 प्रतिशत रही है। देशभर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत कुल 91 विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए यह परीक्षा ली गई थीं। विभिन्न अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनने के इच्छुक छात्र इन परीक्षाओं में शामिल हुए हैं। सीयूईटी (यूजी) की परीक्षा भारत के बाहर मस्कट, रियाद, दुबई, मनामा, दोहा, काठमांडू, शारजाह, सिंगापुर और कुवैत जैसे विदेशी शहरों में भी आयोजित की गई थी। भारत में यह 239 शहरों के 444 परीक्षा केंद्रों में यह टेस्ट आयोजित किया गया।
यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने बताया कि सभी छह चरणों की इस परीक्षा के लिए कुल 14.90 लाख छात्रों ने अपना पंजीकरण कराया था।


