डीयू के कॉलेज में रही हड़ताल शिक्षकों ने किया बहिष्कार
दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसियेशन के आह्वान पर दो दिवसीय शिक्षक हड़ताल आज दूसरे दिन भी दिखी और दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में स्थायी शिक्षकों के साथ-साथ 4500तदर्थ शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर

नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसियेशन के आह्वान पर दो दिवसीय शिक्षक हड़ताल आज दूसरे दिन भी दिखी और दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में स्थायी शिक्षकों के साथ-साथ 4500तदर्थ शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया। सुबह से ही कैम्पस तथा आसपास के कॉलेजों में क्लासेज पूरी तरह से नहीं लगी।
नॉर्थ कैम्पस के खालसा कॉलेज, दौलतराम कॉलेज, एमएच् कॉलेज, हंसराज कॉलेज, सत्यवती कॉलेज, लक्ष्मीबाई कॉलेज आदि में क्लास नहीं लगी। कई कॉलेजों में डूटा की टीम और एकेडेमिक काउंसिल के सदस्यों ने दौरा किया, तो वहां एक भी शिक्षक को कॉलेज में नहीं पाया और स्टॉफ रूम तथा क्लास रूम बिल्कुल खाली पड़े थे।
दिल्ली यूनिवर्सिटी की एकेडेमिक काउंसिल के सदस्य प्रो. हंसराज सुमन ने बताया है कि जिस तरह से नार्थ कैम्पस के कॉलेजों में क्लासेस नहीं लगी इसी तरह से साउथ कैम्पस के पीजीडीएवी कॉलेज, देशबंधु कॉलेज, रामानुजन कॉलेज, भगत सिंह, वोकेशनल कॉलेज, अरबिंदो कॉलेज, मोतीलाल नेहरू कॉलेज, राम लाल आनंद कॉलेज, आर्यभट्ट कॉलेज, आरएसडी कॉलेजों में भी क्लासेस नहीं लगी। उन्होंने बताया कि सांध्य कॉलेजों जैसे पीजीडीएवी कॉलेज सांध्य, अरबिंदो कॉलेज सांध्य, मोतीलाल नेहरू कॉलेज, श्यामलाल कॉलेज सांध्य व सत्य वती कॉलेज सांध्य में भी डूटा द्वारा निर्धारित हड़ताल सफल रही।
इस सफलता का सारा श्रेय उन्होंने टीचर्स को दिया। शिक्षकों की हड़ताल सातवें वेतन आयोग में शिक्षक हितों के साथ खिलवाड़ किए जाने के विरुद्ध, जिसमें मूल रूप से विश्वविद्यालय व कॉलेजों को 30 प्रतिशत स्रोत खुद जुटाने के 13जनवरी 17के पत्र के विरुद्ध है। दरअसल, यूजीसी ने 30 जनवरी 2018 के अधिसूचना जारी कर दोहराया है।


