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डीयू: सावरकर के नाम पर खोला जा सकता हैं कॉलेज

दिल्ली विश्वविद्यालय में विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर कॉलेज खोला जा सकता है

डीयू: सावरकर के नाम पर खोला जा सकता हैं कॉलेज
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नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर कॉलेज खोला जा सकता है। डीयू दो कॉलेज खोलेगा, जिनमे से एक का नाम सावरकर के नाम पर रखने पर विचार किया जा रहा है। यह विषय अब दिल्ली विश्वविद्यालय की 31 अगस्त को होने जा रही एग्जीक्यूटिव काउंसिल के समक्ष रखा जाएगा। डीयू के कुलपति प्रोफेसर पी सी जोशी का कहना है विनायक दामोदर सावरकर स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें वर्षों तक अंडमान और निकोबार की सेलुलर जेल रखा गया था। डीयू की उच्च स्तरीय कमेटी ने सावरकर का नाम प्रस्तावित किया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक काउंसिल के सदस्य प्रोफेसर नवीन गौड़ ने आईएएनएस से कहा कि अकादमिक काउंसिल की बैठक में कई नामों पर चर्चा हुई है। वी डी सावरकर, सरदार पटेल, सुषमा स्वराज, स्वामी विवेकानंद, सावित्रीबाई फुले व दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री चौधरी ब्रह्मप्रकाश के नाम पर भी चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि अब इस विषय पर अंतिम चर्चा एवं मंजूरी के लिए इन नामों को एग्जीक्यूटिव काउंसिल के समक्ष रखा जाएगा।

इसके अलावा चर्चा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, अरुण जेटली का नाम भी शामिल रहा। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता ने बताया कि सोच विचार के बाद इन दोनों कालेजों के लिए कई नाम सुझाए गए थे। इनमे से सावरकर, स्वामी विवेकानंद, सुषमा स्वराज एवं सरदार पटेल के नाम प्रमुख हैं।

दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर पी सी जोशी का कहना है कि सावरकर, स्वामी विवेकानंद, सुषमा स्वराज एवं सरदार पटेल के नाम को समाज में उनके योगदान के आधार पर प्रस्तावित किया गया है।

विश्वविद्यालय के मुताबिक लोकतांत्रिक तरीके और सभी हेतु धारकों से चर्चा के उपरांत इन नामों पर चर्चा की गई है। वहीं एकेडेमिक काउंसिल की मीटिंग में 'आप' समर्थित एकेडेमिक काउंसिल सदस्य डॉ. आशा रानी और डॉ. सुनील कुमार ने सावित्रीबाई फुले व जननायक चौधरी ब्रह्मप्रकाश के नाम पर कॉलेज खोले जाने की मांग उठाई है।

दिल्ली में यह दो नए कॉलेज दक्षिणी दिल्ली के भाटी गांव बाहरी दिल्ली के नजफगढ़ स्थित रौशनपुरा में खुलेगा। इन दो कॉलेजों के अलावा चार सुविधा केंद्र भी खोले जाएंगे। पूर्वी दिल्ली में एक नए लॉ कैंपस की योजना बनाई जा रही है।

वहीं नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कुनाल सहरावत ने दिल्ली विश्वविद्यालय के इस फैसले पर आपत्ति दर्ज कराई। पूर्व डूसू उपाध्यक्ष कुनाल सेहरावत ने कहा कि हम सुषमा स्वराज व सरदार पटेल के नाम पर कालेज होने के हक में है, पर सावरकर के नाम पर कालेज का नाम रखने पर उन्होंने पर कड़ी आपत्ति जताई।


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