स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रही नलियों की बदबू
नहरों से पानी छोड़े जाने के साथ ही तालाबों को भरने पंचायत विभाग का निर्देश दिया गया है। जिसके लिए मनरेगा से कच्ची नाली बनाकर तालाब भरा जाना है

जांजगीर। नहरों से पानी छोड़े जाने के साथ ही तालाबों को भरने पंचायत विभाग का निर्देश दिया गया है। जिसके लिए मनरेगा से कच्ची नाली बनाकर तालाब भरा जाना है। इस कार्य को लेकर गौरव ग्राम सेमरा का पंचायत उदासीन बना हुआ है, जो पूर्व से बनी नाली की सफाई का काम भी नहीं करा पा रहा है। अटल चौक के पास नाली में भरे कचड़े व बिलबिलाते कीड़ों से फैल रही दुर्गंध ने जहां आसपास रहने वाले लोगों की नींद उड़ा दी है,
वहीं इसी नाली से गांव के निस्तारी तालाब बंधवा में पानी ले जाने की कवायद की जा रही है। उधर ग्रामीण नहर से पानी ले जाने के पूर्व नाली की सफाई की मांग कर रहे है।
विधायक के गोद व गौरव ग्राम सेमरा के अटल चौक में पूरा गदगी का आलम पसरा हुआ हैं दिलचस्प बात तो ये की गांवो में निस्तारी की समस्या को देखते हुए नहरों में पानी छोडा गया, जिसमें नालियों से तलाबों को भरने जिला कलेक्टर नीरज बनसोड़ ने दिए है, लेकिन सेमरा के बन्धवा तालाब में जो नहाने के लिए पानी जाने वाली नाली ने पूरी तरह से कीटाणुओं का भरमार है।
इसी से तालाब में पानी भरना है लेकिन ग्रमीणों ने चौक के सफाई की लेकर पंचायत कई बार कह चुके हैं लेकिन पंचायत इस ओर कोई ध्यान नहीं देता। यहा की पसरी गन्दगी पूरी तरह सढ़ जाने के कारण आने जाने वाले यात्रियों को बदबू के परेशान रहते हैं।
ग्राम सेमरा के वरिष्ठ भाजपा नेता शिव गोपाल कश्यप का कहना है कि सेमरा के अटल चौक में गन्दगी फैली हुई है। इस और पंचायत का कोई ध्यान नहीं है। बदबू से लोगों को समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है।
सचिव के चलते विकास को लगा ग्रहण
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत में पदस्थ सचिव अक्सर नदारद रहता है, जिसके पास दो गांव का प्रभार है। ऐसे में ग्रामीणों ने कुछ दिन पूर्व जिला पंचायतों सीईओ से शिकायत कर पूर्ण प्रभार वाले सचिव की मांग की थी। वर्तमान सचिव रामेश्वर पटेल के मुख्यालय में नहीं रहने दो गांवो के प्रभार सहित मूलभूत समस्या को सहित पंचायत सचिव के तबादले को लेकर लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी कोई पहल नहीं की गई है।


