मुस्लिम छात्रों के ड्राप आउट मामले में 30 प्रतिशत की कमी आई: नकवी
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल में मुस्लिम छात्रों के ड्राप आउट मामले में 30 प्रतिशत की कमी आयी है

मुंबई। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल में मुस्लिम छात्रों के ड्राप आउट मामले में 30 प्रतिशत की कमी आयी है जो इस बात का सबूत है कि सरकार अल्पसंख्यकों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है।
नकवी ने यहां एक इंजीनियरिंग काॅलेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चार साल पहले स्कूल ड्राप आउट दर 70 प्रतिशत से भी अधिक थी लेकिन वह अब घटकर लगभग 40 प्रतिशत हो गई है और ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में इसमें और कमी आएगी।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के दो करोड़ 42 लाख छात्रों को विभिन्न प्रकार की छात्रवृति दी गई है। इस वर्ष अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा दी जा रही विभिन्न छात्रवृतियों के लिए रिकॉर्ड एक करोड़ 50 लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। “बेगम हजरत महल बालिका स्काॅलरशिप” के लिए तीन लाख से ज्यादा आवेदन आये हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय शिक्षा, रोजगार तथा अधिकारिता पर बल दे रहा है और पिछले छह माह के दौरान मदरसों सहित सभी अल्पसंख्यक समुदाय के हजारों शैक्षिक संस्थानों को शिक्षक, टिफिन और शौचालय से जोड़ कर उन्हें मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है।


