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द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा : नए राष्ट्रपति के लिए 11 बजे से वोटों की गिनती

सबसे पहले सांसदों द्वारा डाले गए वोटों की गिनती होगी और इसके बाद विधायकों के मतों की गिनती की जाएगी द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा में से देश का अगला राष्ट्रपति कौन बनने जा रहा है

द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा : नए राष्ट्रपति के लिए 11 बजे से वोटों की गिनती
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नई दिल्ली। सबसे पहले सांसदों द्वारा डाले गए वोटों की गिनती होगी और इसके बाद विधायकों के मतों की गिनती की जाएगी द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा में से देश का अगला राष्ट्रपति कौन बनने जा रहा है? इस सवाल का जवाब देश को अगले कुछ घंटों में मिल जाएगा। हालांकि आंकड़ों के लिहाज से यह तय माना जा रहा है कि एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ही चुनाव जीतेंगी, लेकिन आज वोटों की गणना का दिन है और इसके बाद आधिकारिक तौर पर यह पता लग जाएगा कि विधायकों और सांसदों ने मिलकर देश के अगले राष्ट्रपति के लिए किसे विजयी बनाया है और कितने अंतर से?

द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा : नए राष्ट्रपति के लिए वोटों की गिनती 11 बजे से

गुरुवार सुबह 11 बजे से संसद भवन परिसर के मुख्य भवन के फस्र्ट फ्लोर के कमरा संख्या 63 में वोटों की गिनती की जाएगी। बताया जा रहा है कि सबसे पहले सांसदों और विधायकों के मतपत्रों को छांटकर अलग-अलग रखा जाएगा। इसके बाद राष्ट्रपति चुनाव के लिए बनाए गए रिटर्निग अधिकारी, राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी इन मतपत्रों की जांच करेंगे। इसके बाद द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के पक्ष में पड़े वोटों को अलग किया जाएगा।

बताया जा रहा है कि वहां दोनों उम्मीदवारों के नाम पर अलग-अलग ट्रे रखे होंगे। द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में पड़े प्राथमिकता वाले वोट को उनके ट्रे में रखा जाएगा और यशवंत सिन्हा के पक्ष में पड़े प्राथमिकता वाले वोटों को सिन्हा वाले ट्रे में रखा जाएगा। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी। वोटों की यह गिनती क्रमानुसार भी की जाएगी। सबसे पहले सांसदों द्वारा डाले गए वोटों की गिनती होगी और इसके बाद विधायकों के मतों की गिनती की जाएगी। मतों की गिनती पूरी होने के बाद नतीजों की घोषणा कर दी जाएगी। सामान्य तौर पर, सबसे ज्यादा वोट पाने वाला व्यक्ति चुनाव में विजयी माना जाता है, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की संख्या से नहीं, बल्कि डाले गए वोटों के विभिन्न वैल्यू के जोड़ से जीत-हार का फैसला होता है।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को संसद भवन और राज्यों की विधानसभाओं में वोट डाले गए थे। चुनाव आयोग द्वारा की गई घोषणा के मुताबिक, निर्वाचक मंडल में शामिल 4796 व्यक्तियों में से 99 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। देश के 11 राज्यों और संघ शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में 100 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।


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