डॉ.सिंघल ने पेश की मानवता की मिशाल
किसी मरीज को अगर समय पर इलाज मिल जाए तो उसकी उसकी जिन्दगी बच सकती है, ऐसा काम सिर्फ एक चिकित्सक ही कर सकता है, वैसे डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है

ग्रेटर नोएडा। किसी मरीज को अगर समय पर इलाज मिल जाए तो उसकी उसकी जिन्दगी बच सकती है, ऐसा काम सिर्फ एक चिकित्सक ही कर सकता है, वैसे डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है, कुछ लोग डॉक्टर को बदनाम भी करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।
डॉक्टर हर परिस्थित में मरीज की जान बचाने का प्रयास करता है, ऐसा ही मिशाल कायम किया है वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर धीरज सिंघल ने एक प्लाईट में। डॉ. धीरज सिंघल सोमवार को इंडिगो वायुयान से अहमदाबाद से दिल्ली आ रहे थे उसी दौरान एक व्यक्ति की आचानक तबियत खराब हो गई, उस दौरान मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाने की जरुरत थी, बीच रास्ते में विमान को उतारना संभव नहीं था, विमान की ऊंचाई लगभग 30 हजार फिट थी।
अचानक प्लेन में एनाउंस चिकित्सक के लिए हुआ, एनाउंस सुनकर डॉ. धीरज सिंघल व उनकी पत्नी डॉ. शिल्पी सिंघल मरीज के पास तुरंत पहुंचे। मरीज की स्थिति बिगड़ते देख उन्होंने प्लेन में मौजूद इमरजेन्सी किट मंगवाया और अपने पास रखे उपकरण से मरीज का ब्लड प्रेशर चेक किया तो देखा कि मरीज की स्थिति खराब होने से ड्रिप चढ़ाना अत्यंत आवश्यक था, उन्होंने प्लेन की सीटें खुलवाकर मरीज को लिटाकर कैंडुला लगाया और ड्रिप देना शुरु कर दिया। पूरा ड्रिप चढ़ने के बाद मरीज की स्थिति सामान्य हुई।
डॉ. धीरज सिंघल के प्रयास को देखते हुए इंडिगो कंपनी ने पासपोर्ट जारी कर उन्हें लाईट के हीरो की संज्ञा देकर नवाजा है। डॉ. धीरज सिंघल ने बताया कि मरीज को प्लेन में इलाज नहीं मिलता तो स्थिति खराब हो सकती थी।
डॉ. सिंघल ने बताया कि एक चिकित्सक मानवता के प्रति समर्पित होता है, वह हमेशा अपना कर्तव्य समझता है किसी के साथ अनहोनी न हो, लोगों को चिकित्सक के प्रति अपना नजरिया बदलने की जरूरत है।


