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डोंगरगढ़-कटघोरा रेल लाइन अब कोटा से गुजरेगी

नगरपालिका के रेल प्रभावित क्षेत्र के नागरिकों ने उस समय राहत की सांस ली जब यह खबर आयी कि डोंगरगढ़ से कटघोरा तक बिछने वाली रेल लाइन अब मुंगेली से उस्लापुर न होकर कोटा होकर जाएगी....

डोंगरगढ़-कटघोरा रेल लाइन अब कोटा से गुजरेगी
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रेल प्रभावितों ने ली राहत की सांस
पहले मुंगेली-उसलापुर होकर बिछाने की थी योजना

तखतपुर। नगरपालिका के रेल प्रभावित क्षेत्र के नागरिकों ने उस समय राहत की सांस ली जब यह खबर आयी कि डोंगरगढ़ से कटघोरा तक बिछने वाली रेल लाइन अब मुंगेली से उस्लापुर न होकर कोटा होकर जाएगी। नगर में करीब 1000 से भी अधिक ऐसे परिवार हैं जो वर्तमान में रेलवे की जमींन पर अपना घर बनाकर रह रहे है शासन द्वारा इन रहवासियों को पट्टा भी दिया गया है।

रेल मंत्री श्री प्रभू द्वारा कल रायपुर में हम सफर नयी रेल का उद्घाटन किया उद्घाटन के बाद प्रदेश में विभिन्न रेल योजनाओं पर प्रदेश के रेल्वे अधिकारी से बैठक ली जिसमें बैठक के दौरान डोंगर गढ़ से कटघोरा तक 270 किलो मीटर रेल लाईन पर चर्चा की गई। इस रेल लाईन में तखतपुर नगर वालों के लिए ये राहत की बात है कि उक्त रेल लाईन जो उस्लापुर से तखतपुर मुंगेली होकर जाने वाली थी उक्त रेल लाईन को मुंगेली से अब कोटा ले जाया जाएगा जिस पर कल रेल मंत्री प्रभु ने प्रदेश के अधिकारीयों से चर्चा की। नगर का वार्ड नम्बर 1, 3, 4, 5, 12, 15 और विकासखण्ड के जरौंधा, लिदरी, काठाकोनी, देवरी, खम्हरिया, पेण्डारी, सकरी, उस्लापुर आदि ऐसे गांव है जिनमें सैकड़ों वर्षो से इस रेल्वे की जमींन में अपना जीवन यापन कर रहे है एकलौते तखतपुर नगरपालिका क्षेत्र में 1 हजार ऐसे परिवार है जो रेल्वे की जमींन में काबिज होकर अपना जीवन यापन कर रहे है।

नगरपालिका के वार्ड क्रमांक 4, 5 और 12 में शासन द्वारा इन रहवासियों को जीवन यापन के लिए पट्टा भी दिया हुआ है जब उस्लापुर से तखतपुर होकर रेल लाईन जाने की शुरू में योजना थी तब यहां रहने वाले एक हजार से भी अधिक परिवार के लोगों की मुसिबत सामने आ गयी थी कि वे वर्षो से रह रहे इस घरों को छोड़कर कहां जाऐंगे। नगर सुराज अभियान के दौरान आवास के लिए जो आवेदन आए थे एकलौते वार्ड नम्बर 4 से 487 आवेदन थे। ऐसे में अब सभी परिवार राहत की सांस ले रहे है जो मुंगेली से रेल लाईन कोटा प्रस्तावित की गई है पर जब तक सही में रेल लाईन न बिछ जाए तब तक इन परिवार के लोगों की सांसे अपने घरौंदे को लेकर अटकी रहेगी।


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