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गैरलायसेंसी 4 दवाखानों को प्रशासन ने किया सील,क्लिनिक छोड़ भागे डॉक्टर, प्रशासनिक कार्रवाई से हडक़ंप

डोंगरगांवनगर ! नगर में वर्षो से संचालित दवाखानो में प्रशासन ने छापामारी की। छापामारी दरम्यान 4 नामी दवाखानो को दस्तावेजो के अभाव में सील कर दिया है।

गैरलायसेंसी 4 दवाखानों को प्रशासन ने किया सील,क्लिनिक छोड़ भागे डॉक्टर, प्रशासनिक कार्रवाई से हडक़ंप
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डोंगरगांवनगर ! नगर में वर्षो से संचालित दवाखानो में प्रशासन ने छापामारी की। छापामारी दरम्यान 4 नामी दवाखानो को दस्तावेजो के अभाव में सील कर दिया है। इनमें से वहीं अन्य क्लिनिक संचालको के स्वयं ही हाथ खड़े कर देने के बाद अधिकारियों द्वारा उन्हे दोबारा क्लिनिक नही खोलने हिदायत दी गई है। प्रशासनिक सुत्रो के हवाले से राजधानी स्तर के आदेश के परिपालन में कार्रवाई की गई है। इधर गैरलाईसेंसी क्लिनिक पर प्रशासनिक छापामार कार्रवाई से नगर के नामचीन क्लिनिक संचालको समेत हितैषी जनप्रतिनिधियों में भी हडक़ंप मच गया है।
नगर में संचालित अनेक क्लिनिक वर्षो से संचालित है, जिनमें एक नामी डॉक्टर के दवाखाना को कुछ वर्ष पुर्व सील कर दिया गया था, जिस पर राजधानी स्तर की राजनैतिक ताकत के बाद भी संबंधित चिकित्सक को जहमत उठानी पड़ी थी। इधर लंबे अंतराल बाद नगर में हुए कार्रवाई के संदर्भ में एसडीएम एवं बीएमओ ने संयुक्त तौर पर बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश मुताबिक अंचल में नर्सिंग होम एक्ट के परिपालन में नगर के दवाखानो की औचक चेङ्क्षकग की गई, जिसमें दस्तावेजो की सुक्ष्मता से पड़ताल की गई। अधिकारियों ने अधिकारिक तौर पर बताया कि खान दवाखाना के संचालक डाँ बशीर अहमद एवं संजीवनी क्लिनिक के संचालक डाँ दिलीप जैन बगैर लाईसेंस के अवैध तौर पर क्लिनिक संचलित करते पाए गए, जिससे दोनो ही क्लिनिक सील कर दिए गए है। वहीं मनसा क्लिनिक के संचालक श्रीगायेन छापे पुर्व ही भाग खड़े हुए, अत: क्लिनिक को सील कर दिया गया है। इनके अलावा डॉ गंजीर दवाखाना संचालक द्वारा स्वयं ही बंद कर दिया गया है। वहीं आगामी दिनो में पैथोलॉजी लैब के साथ ही ग्रामीण अंचल के दवाखानो के जाँच होने की बात कही जा रही है। कार्रवाई टीम में एसडीएम अविनाश भोई, बीएमओ डॉ रागिनी चंदे्र, तहसीलदार लक्ष्मीकांत कोरी, टीआई तुलसिंग पट्टावी सहित स्वास्थ्य अमले शामिल थे।
नगर के नामचीन क्लिनिक सील
नगर में छापेमारी बाद डॉ दिलीप जैन, डाँ बशीर अहमद खान जैसे नामचीन डाँक्टरो के क्लिनिक सील हुए है। वहीं छोटे कस्बे व ग्रामीण वार्डो में कम फीस पर स्थानीय स्तर पर प्राथमिक उपचार करके जरूरतमंदो को राहत देने वाले भी लपेटे में आ गए हैं, जिससे इन डॉक्टरो के मध्य जीवनयापन की समस्या भी आ सकती है? अधिकारियों श्रीभोई एवं डाँ चंद्रे ने बताया कि है कि नगर के मटियावार्ड में हुमन साहू, चैतराम साहू व लोमेन्द्र साहू सहित करियाटोला के शेखर साहू व वार्ड 11 दिव्य ज्योति संचालक डॉ नरेन्द्र साहू को सख्त हिदायत दी गई है, जिसके बाद इन्होने अपने घरेलू दवाखानो को पूर्णत: बंद कर दिया है।
विधायक ने सदन में उठाया मामला
सुत्रो के हवाले से पूरे प्रदेश भर में इन दिनो नर्सिंग एक्ट को लेकर विधानसभा सत्र दरम्यान एक नामी विधायक की ओर से नर्सिंग एक्ट एवं गांव कस्बे में क्लिनिक के विश्वसनयता को लेकर सवाल खड़े किए जाने की खबर है। बताया जाता है कि जिले के भी कई विधायको द्वारा भी क्लिनिक को लेकर तल्खी दिखाए गए थे? तो वहीं सत्र दरम्यान विधानसभा के अन्य सदस्यों द्वारा भी क्लिनिक के लाईसेंस को लेकर सदन में जवाब तलब किए जाने की चर्चा जोरो पर रही है। अधिकारियों की माने तो बहरहाल इन सब परिस्थितियों व विपक्ष के आरोपो के बाद हाईकोर्ट द्वारा इस मसले पर कसावट लाने फरमान जारी कर दिया है।


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