डीएफओ ने फोन पर वन कर्मियों से की अभद्रता,घेरा दफ्तर
वनमंडल कटघोरा में पदस्थ दो कर्मचारियों ने फोन पर विभागीय जानकारी देने के दौरान डीएफओ द्वारा अपशब्द कहे जाने व दुर्व्यवहार कर गाली देने का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया

गलती की पुनरावृत्ति नहीं होने डीएफओ ने किया आश्वस्त
कोरबा-कटघोरा। वनमंडल कटघोरा में पदस्थ दो कर्मचारियों ने फोन पर विभागीय जानकारी देने के दौरान डीएफओ द्वारा अपशब्द कहे जाने व दुर्व्यवहार कर गाली देने का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया। कर्मचारियों के संगठन ने डीएफओ कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। डीएफओ ने इस तरह की गलती दोबारा नहीं होने का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार कटघोरा वनमंडल कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 बचन दास मानिकपुरी और कोरबा वनमंडल में पदस्थ मुख्य लिपिक अशोक कुमार वाहने के साथ कटघोरा वनमंडलाधिकारी एस जगदीशन जो कि कोरबा वनमंडल के प्रभार में भी हैं, के द्वारा सोमवार शाम को फोन में विभागीय जानकारी लेने के दौरान इस वाकये को अंजाम दिया गया।
कर्मचारियों का आरोप है कि जानकारी देने के दौरान फोन पर गाली-गलौज और दुर्व्यवहार करते हुए अपशब्द कहे गए। दोनों कर्मचारियों के द्वारा फोन में बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया गया और अपने छग कर्मचारी संगठन प्रमुख को पूरा मामला बताया गया। डीएफओ के साथ हुई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हो गया, जिसमें बातचीत के दौरान गाली के शब्द सुनाई पड़ रहे हैं।
इस घटना के विरोध में मंगलवार को कोरबा, बिलासपुर और अन्य जिलों के संगठन के लगभग 60 लोग कटघोरा वनमंडल पहुंचे। यहां डीएफओ दफ्तर के सामने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की गई।
बताया गया कि संगठन प्रमुख के द्वारा डीएफओ से चर्चा की गई, जिस पर डीएफओ द्वारा दोबारा इस प्रकार की गलती की पुनरावृत्ति नहीं होने संगठन को आश्वासन दिया गया है। हालांकि संगठन के कार्यकर्ता डीएफओ से माफी मांगने के लिए अड़े हुए थे व इस बात को लेकर काफी हंगामा होता रहा।
अंतत: दो पक्षीय वार्ता के बाद आपस में मामला खत्म हुआ। डीएफओ ने दोबारा गलती नहीं होने की बात कहकर कर्मचारियों का गुस्सा शांत किया।


