इटावा सफारी पार्क के डॉक्टर करेंगे गुजरात के शेरों का इलाज
कैनाइन डिस्टेंपर नामक खतरनाक बीमारी से 14 शेरों की मौत के बाद गुजरात सरकार ने उत्तर प्रदेश में इटावा सफारी पार्क के डाॅक्टरों से मदद मांगी

इटावा। कैनाइन डिस्टेंपर नामक खतरनाक बीमारी से 14 शेरों की मौत के बाद गुजरात सरकार ने उत्तर प्रदेश में इटावा सफारी पार्क के डाॅक्टरों से मदद मांगी है।
पार्क के निदेशक वी के सिंह ने मंगलवार को यहां बताया कि देश में शेरों की तादाद के मामले में गुजरात अव्वल है और वहां के शेरों में इन दिनो कैनाइन डिस्टेंपर महामारी के तौर पर पांव पसार चुका है। यह बीमारी कुछ साल पहले इटावा सफारी के शेरों को इस खतरनाक बीमारी ने जकड़ा था जिस पर काबू पाने के लिये विदेशी चिकित्सकों की मदद ली गयी थी।
उन्होने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की स्थापित सफारी पार्क के डाक्टरों ने विदेश से आये विशेषज्ञों के साथ रहकर अब इतनी महारथ हासिल कर ली है कि वे इस बीमारी का इलाज करने में सक्षम हैं और यही कारण है कि गुजरात ने इलाज के लिये पार्क के विशेषज्ञों से मदद की गुहार लगायी है। डॉक्टरों को एक दल यहां से गुजरात रवाना हो चुका है ।
श्री सिंह ने बताया कि खास बात यह है कि देश भर में इस जानलेवा बीमारी का उपचार सिर्फ इटावा सफारी के डाक्टरों के पास है । काफी मशक्कत के बाद इटावा सफारी के शेरों को इस जानलेवा बीमारी से मुक्त कराया गया था। अब इटावा सफारी की चिकित्सीय टीम गुजरात के शेरों को भी बचाने की दिशा मे काम करेगी । अभी तक गुजरात में 14 शेरों की कैनाइन डिस्टेंपर से मौत हो चुकी है।


