डॉक्टर ने छेड़ी नशे के खिलाफ मुहिम
नशे के दलदल से देश की युवा पीढी को बचाने के लिये केन्द्र और राज्य सरकारे हर साल आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में करोडाें रूपया खर्च कर रही है

लखनऊ। नशे के दलदल से देश की युवा पीढी को बचाने के लिये केन्द्र और राज्य सरकारे हर साल आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में करोडाें रूपया खर्च कर रही है वहीं लखनऊ का एक होम्योपैथिक डाक्टर अपने निजी प्रयास से लोगों को धूम्रपान के खतरे से न सिर्फ आगाह कर रहा है बल्कि नशे से मुक्ति दिलाने की दवाइयां भी मुफ्त में वितरित कर रहा है।
डॉक्टर का दावा है कि अगले दो साल में वह कम से कम लखनऊ को देश का पहला नशामुक्त शहर बनाने में सफल होगा। इसके बाद सूबे के अन्य शहरों काे नशामुक्ति बनाने की उनकी मुहिम शुरू होगी।
शहर के भीडभाड वाले चौक इलाके में श्री अष्ट विनायक सेवा समिति नामक संस्था के सचिव डॉक्टर सौरभ महरोत्रा ने “यूनीवार्ता” को बताया कि उनकी संस्था पिछले तीन साल से लोगों को नशे की लत से छुटकारा दिलाने के लिए नि:शुल्क होम्योपैथिक औषधियां वितरित कर रही है।
डाक्टर का दावा है कि होम्योपैथिक दवा खाने से कुछ ही दिनों में नशा करने वाले व्यक्ति को लत से मुक्ति मिल जाती है। वह अब तक लखनऊ और आसपास के जिलों के हजारों लोगों को नशे से मुक्त कराने में सफल रहे हैं।
डॉ. महरोत्रा ने कहा कि केवल सरकारी तंत्र एवं कानून से तम्बाकू अौर शराब आदि का सेवन करने वाले लोगों को उनकी लत से छुटकारा नहीं दिला सकते । ऐसे लोगों में जागरुकता पैदा कर उन्हें नशे की लत से मुक़्ति दिलाई जा सकती है।
उनकी संस्था समय-समय पर कैम्प लगाकर लोगों को नशाखोरी से मुक्ति दिलाने के अभियान में लगी है और उन्हें आशा ही नहीं विश्वास है कि इस समाजिक बुराई को समाज से समाप्त करके ही दम लेंगे।
उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर अपने-अपने क्षेत्रों में नशा मुक्ति अभियान चलाएं तथा शराब एवं तंबाकू के होने वाले दुष्प्रभाव और बीमारियों से सर्वप्रथम अपने परिवार के लोगों , रिश्तेदार, दोस्तों एवं अन्य मिलने वालों को यह संदेश दें और शपथ दिलाएं कि वह शराब तथा तंबाकू का सेवन किसी भी रुप में नहीं करेंगे तथा अपने शुभचिंतकों नहीं करायेंगे।


