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नहीं थम रहा है हथीन क्षेत्र में महिलाओं की चोटी कटने का सिलसिला

हथीन क्षेत्र में महिलाओं की रहस्मयी परिस्थितियों में चोटी कटने का सिलसिला थमने की बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है

नहीं थम रहा है हथीन क्षेत्र में महिलाओं की चोटी कटने का सिलसिला
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पलवल (देशबन्धु)। हथीन क्षेत्र में महिलाओं की रहस्मयी परिस्थितियों में चोटी कटने का सिलसिला थमने की बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। 26 जुलाई से लेकर 31 जुलाई की सुबह तक क्षेत्र के विभिन्न गांवों में 14 महिलाओं की रहस्मयी परिस्थितियों में चोटियां कट चुकी हैं, जिनमें लड़कियां भी शामिल हैं। स्थिति यह बनी हुई है कि पूरे इलाके की महिलाओं और लड़कियों में भय का माहौल बना हुआ है। अधिकांश महिलाओं और लड़कियों ने चोटी के स्थान पर बालों का जूड़ा बांधने शुरू कर दिए है।

वहीं हिन्दुओं ने अपने घरों के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक के निशान व रोली, मेहन्दी एवं हल्दी से हाथ के पंजों के निशान लगा दिए हैं। मान्यता है कि इससे बुरी बलाएं घर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगी। वहीं मुस्लिमों ने नक्श, ताबीज टांगने शुरू कर दिए हैं। इतना ही नहीं बल्कि कई गांवों में टीकरी पहरा भी लगना शुरू हो गया है। जो भी संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है, उसे पकड़कर पूछताछ की जा रही है और जिस पर शक होता है उसे पुलिस को सौंपा जा रहा है। लेकिन अभी तक इसका रहस्योदघाटन नहीं हो पाया कि आखिरकार महिलाओं की चोटी काट कौन रहा है और कैसे कट रही है। इसका रहस्य बरकरार है। अधिकतर मामलों में सुनने मे आया है कि जिस भी औरत की चोटी कटी है, उसने एक सफेद बिल्ली को देखा है। जबकि वहीं एक महिला के मुताबिक उसकी चोटी एक 7-8 साल के काले बच्चे ने एक हाथ से उसकी गर्दन को पकड़ा और दूसरे हाथ से चोटी पकड़कर काट दी और गायब हो गया।

डीएसपी और हथीन एसएचओ जांच को पहुंचे कूकरचाटी
हथीन के कार्यकारी डीएसपी मौजीराम और थाना प्रभारी देवेन्द्र सिंह को जब कूकरचाटी में तीन महिलाओं की चोटी कटने के बारे में सूचना मिली तो वे गांव में पहुंचे और पूछताछ की। थाना प्रभारी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है कि आखिरकार चोटी कटने का रहस्य क्या है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को गांव में टीकरी पहरा लगाने के लिए बोला गया है और उन्होंने जनसाधारण से अपील की है कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है, तो उसके बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दें। किसी भी प्रकार की अफवाह न फैलाएं और न ही अफवाहों पर ध्यान दें। इस संदर्भ में जब बहीन थाना प्रभारी अश्विनी कुमार से सम्पर्क साधकर पूछा तो उन्होंने बताया कि इस समय फिलहाल मैं गांव झांडा में ही हूं और लोगों से पूछताछ कर रहा हूं। चोटी कटने के मामले की गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि बीती रात्रि को जो आमीना की चोटी कटी थी, उसके बारे में भी पूछताछ कर रहा हूं।

उन्होंने बताया कि अमीना तो अपनी ससुराल चल गई थी, उससे तो बातें नहीं हो पाईं। परन्तु उसके परिवार वालों ने बताया कि जब अमीना की चोटी कटी थी तो अमीना अडवर निवासी अपने पति के साथ बातें कर रही थी कि किसी अज्ञात 7-8 साल के काले बच्चे ने एक हाथ से उसकी गर्दन को पकड़ा और दूसरे हाथ से उसकी चोटी को और अचानक चोटी कटकर उसके पैरों के पास आ गिरी। उन्होंने बताया कि गांव के लोगों ने बताया कि चोटी कटने पर अमीना ने तो शोर मचाया ही था कि एक जोरदार चिंघाड भी ग्रामीणों ने सुनी। वह चिंघाड ऐसे थी जैसे कि सुअर चिंघाडता है। थाना प्रभारी ने बताया कि गांव में टीकरी पहरा लगाने के लिए ग्रामीणों को कहा गया है और साथ ही अफवाहें न फैलाने और अफवाहों पर ध्यान न देने की भी अपील करने के साथ साथ आह्वïान किया है कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है तो उसके बारे में पुलिस को सूचना दें।

क्या कहते हैं मौलाना
इस बारे में दारूल उल उलूम अबदिया मदरसा हथीन (जामा मस्जिद) के इमाम हासिम से पूछा तो उन्होंने बताया कि असलियत का तो कुछ पता नहीं चल रहा, परन्तु जो कुछ भी यह हो रहा है मालिक की तरफ से अजाब है, बगैर उसके हुकम के कुछ नहीं होता। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इसकी गहराई में न जाते हुए मालिक से लौ लगाएं, मजहबी रूप से सदका (खैरात) करें और मालिक का नाम लें। इसका सबसे बडा हथियार है दुआ। चारों कुल व आयतल कुरसी सुबह-सांय पढें और पढते रहें। जो इन कामों को करेगा, उनके साथ ऐसी घटना नहीं घटेगी। जान माल व इज्जत की हिफाजत हो इसके लिए सदका करना चाहिए।

क्या कहते हैं महात्मा श्रृद्धानन्द सरस्वती
इस बारे में आर्य समाज के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं महात्मा श्रृद्धानन्द सरस्वती का कहना है कि यह किसी शरारती तांत्रिक का षडयंत्र है। जिसकी वजह से यह भ्रांति फैली हुई है। ऐसी कोई भी अदृश्य शक्ति नहीं है, जो यह काम कर सके। बिना किसी कैंची अथवा ब्लेड के चोटी कटना असम्भव है। मैं चैलेंज के साथ कहता हूं। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस इस मामले की सख्ती से जांच करे तो दूध का दूध और पानी का पानी आसानी से हो सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस को चाहिए कि कटी हुई चोटी के बालों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजना चाहिए, ताकि आसानी से पता चल सके कि बाल किससे काटे गए हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान में एक महिला ने मीडिया के सामने बयान दिया था कि उसकी चोटी उसकी सास ने एक तांत्रिक के कहने पर काटी, ताकि घर में धन दौलत और खुशहाली आ सके। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह सब किसी तांत्रिक का षडयंत्र है।


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