सेक्टर-18 में चालकों को जाम से नहीं मिलेगा निजात
डेढ़ सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी सेक्टर-18 में वाहन चालकों को जाम से निजात नहीं मिलेगा

नोएडा। डेढ़ सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी सेक्टर-18 में वाहन चालकों को जाम से निजात नहीं मिलेगा। यहां बहुमंजिला पार्किंग बनाई जा रही है। एक जनवरी से इसका संचालन शुरू किया जाएगा। लेकिन एक साल तक सेक्टर में सरफेस पार्किंग को समाप्त नहीं किया जाएगा। जबकि प्राधिकरण ने कुछ माह पहले ही सेक्टर को जाम, प्रदूषण मुक्त व नो पार्किंग जोन बनाने की योजना बनाई थी। जो अब फेल होती दिख रही है।
शहर का सबसे बड़े व्यवसायिक केंद्र सेक्टर-18 में पांच हजार से ज्यादा ऑफिस शोरूम व मॉल है। यहा प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन आते है। इनकी पार्किंग के लिए प्राधिकरण ने 2015 में बहुमंजिला पार्किंग बनाने का काम शुरू किया। करीब 168.49 करोड़ रुपए का बजट से पार्किंग तैयार की गई। सात डेड लाइन निकलने के बाद एक जनवरी को पार्किंग शुरू की जाएगी। इसके संचालन के लिए 18 दिसम्बर तक कंपनी का चयन कर लिया जाएगा।
लेकिन जिस मक्सद से पार्किंग का संचालन किया जाएगा। उसे पूरा होने में एक साल का समय लगेगा। योजना थी कि पार्किंग संचालन के बाद सेक्टर की सड़कों पर होने वाली सरफेस पार्किंग को समाप्त कर दिया जाएगा। ताकि यहा होने वाले हादसे, जाम व प्रदूषण से लोगों को राहत मिल सके। लेकिन नई प्लानिंग के तहत अभी सरफेस पार्किंग को बंद नहीं किया जा रहा। इसकी एक वजह पार्किंग में स्थान को भी बताया गया। बहुमंजिला पार्किंग में करीब 3600 वाहन एक साथ खड़े किए जा सकते है।
नो पार्किंग जोन के लिए बनाया था प्लान
प्राधिकरण ने सेक्टर-18 बाजार को नो पार्किंग जोन में तब्दील करने का प्लान बनाया था। जिसको लेकर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के समक्ष चर्चा भी की गई थी। लेकिन प्लान को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसके तहत बाजार के सभी आठ प्रवेश द्वार बैरियर लगाने थे। इन बैरियर से सिर्फ एंबुलेंस, फायर विभाग व पुलिस विभाग की गाड़ी अंदर प्रवेश कर सकती थी। इसके अलावा एक अन्य प्रवेश द्वारा से पार्किंग तक पहुंचा जा सकता था।
एक साल में किया जाएगा व्यवस्था में बदलाव
बहुमंजिला पार्किंग शुरू होने के एक साल तक सरफेस पार्किंग में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। ऐसे में एक साल के अंदर प्राधिकरण अपनी नई योजना ला सकती है। या सेक्टर में अथराइजड पार्किंग को शिफ्ट किया जा सकता है। ताकि सेक्टर के अंदर पार्किंग से लगने वाले जाम से निजात मिल सके।


