हिंदी थोपे जाने के खिलाफ 20 सितंबर को डीएमके का प्रदर्शन
तमिलनाडु की प्रमुख विपक्षी पार्टी, डीएमके ने सोमवार को तय किया कि वह हिंदी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने की आड़ में हिंदी थोपने पर केंद्रीय गृहमंत्री शाह के दृष्टिकोण के खिलाफ प्रदर्शन आयोजित करेगी

चेन्नई। तमिलनाडु की प्रमुख विपक्षी पार्टी, डीएमके ने सोमवार को तय किया कि वह हिंदी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने की आड़ में हिंदी थोपने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दृष्टिकोण के खिलाफ प्रदर्शन आयोजित करेगी। डीएमके की यहां हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में तय किया गया कि पूरे राज्य में 20 सितंबर को सुबह 10 बजे सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।
पार्टी ने केंद्र सरकार से यह भी आग्रह किया कि वह आर्थिक वृद्धि के लिए रचनात्मक कदम उठाने पर ध्यान दे और हिंदी थोपने के अपने कदम को त्याग दे।
तमिलनाडु के राजनीतिक दलों ने हिंदी दिवस पर शनिवार को आई शाह की टिप्पणियों का विरोध किया है।
शाह ने हिंदी दिवस पर श्रंखलाबद्ध ट्वीट में कहा था, "भारत अलग-अलग भाषाओं का देश है, और प्रत्येक भाषा का अपना महत्व है। लेकिन पूरे देश की एक भाषा होना जरूरी है, जो दुनिया में भारत की पहचान बने। आज यदि कोई भाषा देश को एकजुट कर सकती है तो वह हिंदी है, जो सबसे ज्यादा बोली जाती है।"


