कावेरी मुद्दे पर राज्य में बंद के सफल होने का एम के स्टालिन ने किया दावा
तमिलनाडु में द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आज दावा किया कि कावेरी मुद्दे पर राज्य में बंद काफी सफल रहा

चेन्नई। तमिलनाडु में द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आज दावा किया कि कावेरी मुद्दे पर राज्य में बंद काफी सफल रहा।
राज्य में विपक्षी दल के नेतृत्व में बंद के आह्वान के दौरान आम जनजीवन प्रभावित रहा और इस पर मिश्रित प्रतिक्रिया भी देखी गयी।
सोलह फरवरी को उच्चतम न्यायालय ने केन्द्र सरकार को कावेरी मुद्दे पर कावेरी प्रबंधन बोर्ड और कावेरी जल नियामक समिति गठित करने का निर्देश दिया था।
केन्द्र इसका गठन करने में असफल रहा, जिसके मद्देनजर केन्द्र की आलोचना करते हुए आज व्यापारियों ने राज्य में अपनी दुकानों, होटलों, रेस्टोरेंट और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद रखा।
बंद के दौरान सड़कें वीरान पड़ी थीं, हालांकि राज्य परिवहन की बस सेवा सामान्य रूप से चली।
शहर में कुछ ऑटाे रिक्शा भी चलते हुए देखे गये। चेन्नई समुद्रतट चेंगलपट्टू, अराकोन्नम और गुम्डीपोंडी अनुभाग पर ईएमयू ट्रेन सेवाएं, चेन्नई में एमआरटीएस सेवाएं रेल रोकाे आंदोलन के कारण चेन्नई बीच-वेलाचेरी अनुभाग में सामान्य रूप से चलीं या फिर कुछ के साथ चलीं।
बंद के दौरान चिकित्सा दुकानों, बिजली और दूध सेवाओं जैसी अनिवार्य सेवाओं को इससे दूर रखा गया। दूध उत्पादक संघों ने हालांकि बंद को समर्थन देने का वचन दिया।
स्टालिन ने यहां मैरिज हॉल में संवाददाताओं से कहा कि राज्य व्यापी बंद के रूप में सड़क रोकाे प्रदर्शन पर उन्हें घर पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार केन्द्र ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) और कावेरी जल नियामक समिति (सीडब्ल्यूआरसी) के गठन के मामले देर कर दी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार केन्द्र के अधीन है और राज्य सरकार ने शीर्ष न्यायालय के आदेश के बावजूद केन्द्र पर दवाब नहीं बनाया था।
उन्होंने बताया बंद काफी सफल रहा। प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में रेल और सड़क रोको आंदोलन के दौरान पूरे राज्य में 10 लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि कावेरी मुद्दे पर आगे की कार्यवाई के लिए द्रमुक ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई जिस पर कल चर्चा की जायेगी।
स्टालिन ने कहा बैठक में सात अप्रैल से त्रिची से कुड्डालूर तक एक सप्ताह लंबी कावेरी अधिकार पुनर्प्राप्ति रैली की रूप रेखा पर चर्चा की जायेगी। स्टालिन को मरीना बीच के सामने रैली निकालने के प्रयास में उनके साथ द्रमुक सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पार्टी की कार्यकर्ताओं को काले झंड़े ले जाते हुए गिरफ्तार किया था।
पुलिस उन्हें वहां से गिरफ्तार कर मैरिज हॉल ले गयी।
स्टालिन के अलावा टीएनसीसी अध्यक्ष सु तिरुनावुक्करासर, वीसीके नेता थोल तिरूमालावलवन और अन्य दलों के नेता को मरीना बीच पर रोड रोको आंदोलन करने पर गिरफ्तार किया गया।
स्टालिन ने सभी राजनीतिक दलों, व्यापारियों, परिवहन कर्मियों, श्रमिकों, छात्रों, युवाओं, महिलाओं, आम नागरिकाें और सभी संगठनों को बंद को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा यदि केन्द्र आज के बंद के बावजूद सीएमबी और सीडब्ल्यूसी को गठन नहीं करती तो वह दूसरे दलों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे और आगे के आंदोलन के बारे में निर्णय लेंगे।


