निगम की लापरवाही पर जिलाधिकारी सख्त
जिलाधिकारी रितू माहेश्वरी कुछ नया करने वाली है
गाजियाबाद। जिलाधिकारी रितू माहेश्वरी कुछ नया करने वाली है। पुलिस की ढ़ील हो या नगर निगम की लापरवाही वे कतई बख्शने के मूड में नहीं है। सोमवार को जिलाधिकारी ने पुलिस के सीओ सिटी रूपेश कुमार को इस कदर फटकार लगाई कि वे उनके केबिन से बाहर निकलने के बहाना ढूंढ़ने लगे।
यही नहीं जिलाधिकारी ने सीओ को भाईसाहब बोलते बोलते जिलाधिकारी ने सीओ की बोलती बंद कर दी। बार-बार सैल्यूट कर बाहर जाने को आतुर सीओ के मुंह से केवल ठीक है मैम ही निकलता रहा। बगल में एडीएम प्रशासन ज्ञानेन्द्र सिंह के अलावा एडीएम एलए बैठे यह नजारा देखते रहे। दरअसल मामला कविनगर थाने से जुड़ा हुआ है। यहां से दो सगी बहने गायब है। सात अगस्त को गुमशुदगी दर्ज की गई थी। जांच में लापरवाही बरतने पर जांच अधिकारी राजसिंह को लाइन हाजिर भी किया गया मगर लड़की अभी भी नहीं मिली हैं।
जिलाधिकारी इन दोनों लड़कियों को बरामद करने के संबंध में ही सीओ सिटी से पूछ रही थी। वो संतोषजनक जबरब नहीं दे पा रहे थे। इस पर जिलाधिकारी और नाराज होती चली गईं। बोली लडकी कैसे गायब हुई यह अलग है लेकिन पुलिस को तो कार्रवाई करनी है न। सीओ बोले जी मैम। जिलाधिकारी बोली थानाध्यक्ष को कुछ नहीं पता पुलिस कप्तान भी इस केस से अन्जान है तो फिर कौल ढूंढ़ेगा लड़कियों को। जिलाधिकारी ने कहा कि थानाध्यक्ष को निलंबित करने की संस्तुति कर दूंगी।
जल्दी से लड़कियों का पता लगाओं। सीओ टेंशन में आ गए और जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर वहां से खिसक लिए। इसी बीच दिल्ली पब्लिक स्कूल इन्दिरापुरम की प्रिंसिपल फाइल लेकर आ गईं। जिलाधिकारी बोली बताओ तो वो बोली मैम स्कूल नियमानुसार चल रहा है। जिलाधिकारी पूरी अपडेट थी। बोली नई ईमारत बना ली। नई क्लास चालू कर दी। प्रशासन से एनओसी तक लेना मुनासिब नही समझा। प्रिंसिपल ने खूब तर्क दिए पर वो नहीं मानी और कहा कि एक्शन तो लेना ही होगा।
इसके बाद डीएम सीधी प्रतापविहार में जा पहुंची और डंपिंग ग्राऊंड का निरीक्षण कर डाला। नगरायुक्त सीपी सिंह को लेकर वापिस नगर निगम कार्यालय में भी जिलाधिकारी गई। जिलाधिकारी का काम करने का अंदाज बेहद सख्त है लेकिन पब्लिक से मिलकर उनको तसल्ली से सुनती है।


