धूल से परेशान व्यापारियों व पार्षद ने बांटे मास्क
धूल से परेशान आज गांधी चौक के व्यापारियों ने गांधीगिरी दिखाते हुए आम आदमी को मास्क बांटे

बिलासपुर। धूल से परेशान आज गांधी चौक के व्यापारियों ने गांधीगिरी दिखाते हुए आम आदमी को मास्क बांटे। व्यापारी संघ के साथ पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल ने कहा कि शहर में उड़ती धूल से बीमारी फैल रही है लोग प्रदूषण का शिकार हो रहा है।
शिवटाकीज चौक से गांधी चौक तक जानलेवा गड्ढे में उड़ती धूल से छात्र-छात्राओं के अलावा अनेक नागरिक परेशान हैं। बीमारी की रोकथाम के लिए व्यापारी संघ ने पहल करते हुए 1 हजार से अधिक मास्क बांटे। शैलेन्द्र ने यह भी कहा कि शहर में उड़ती धूल व प्रदूषण के लिए निगम प्रशासन जिम्मेदार है। पीडब्ल्यूडी की सड़क में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। आज राहगीरों को मास्क बांटते हुए व्यापारी संघ के यशपाल, अपूर्व तिवारी, नाशीर खान, रवि तिवारी, राकेश वलेचा, दीपक दुआ, सचिन अग्रवाल ने कहा कि गांधी चौक से शिवटाकीज मार्ग तक पीडब्ल्यूडी की लापरवाही से जनता परेशान है।
इस मार्ग में अधिकांश कोचिंग सेंटर है। हजारों की तादात में छात्र-छात्राएं पढ़ने आते है। उड़ती धूल से बच्चे परेशान हो रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जनता के बीच जन जागरण करते हुए व्यापारी संघ ने आमजनों की सुरक्षा के लिए मास्क बांटे हैं।
ज्ञात हो कि गांधी चौक से तारबाहर सड़क खुदाई के बाद क्षेत्र के लोग धूल से भारी परेशान हैं। लोगों मेें भयंकर आक्रोश भी है। खासतौर पर व्यापारियों की हालत धूल से पस्त है। क्षेत्र में यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। लोगों की शिकायत है कि धूल ने अंदर और बाहर एक कर दिया है। सफाई अभियान का नारा देने वालों ने ही धूल खाने को मजबूर कर दिया है। गांधी चौक से तारबाहर चौक के बीच निर्माण के कारण सड़कों को खोद दिया गया है।
तीन दिन बाद काम शुरू हुआ लेकिन कुछ देर बाद सभी वंर्कर काम छोड़कर नदारद हो गए। जिसके चलते क्षेत्र में भयंकर धूल के बादल हैं। सड़क से गुजरने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर स्थानीय और व्यापारी वर्ग बहुत परेशान हैं। दिन भर दुकान और घरों में झाडू लगाकर थक गए हैं। विश्वविद्यालय पर भी धूल की चादर चढ़ गई है। मालूम हो कि तारबाहर से गांधी चौक तक की सड़क को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। सड़क निर्माण में कुल 4 करोड़ 43 लाख की बजट है। पिछले तीन दिनों से खुदाई के बाद सड़क निर्माण कार्य बंद है।
लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है। लोग धूल के चलते सर्दी खांसी से परेशान हैं। लगातार शिकायत के बाद एक दिन पहले लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अशोक मथना ने सड़क का जायजा लिया। स्थिति को देखते अशोक मथाना भड़क गए। अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि काम नहीं करना है तो नया ठिकाना तलाशे। फटकार के बाद इंजीनियर सक्रिय तो हुए लेकिन दूसरे दिन सारी सक्रियता गायब हो गई। पार्षद और कांग्रेस नेता शैलेन्द्र आयसवाल ने बताया कि फटकार के बाद भी पीडब्ल्यूडी इंजीनियर मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।महापौर ने धूल से बचने पानी छिड़काव का आदेश तो दिया लेकिन उनकी सुनता कौन है।
निगम कर्मचारी दिन में एक बाद पानी का छिड़काव कर बैठ जाते हैं। जबकि रायपुर में धूल से बचने दिनभर निश्चित समय में पानी का छिड़काव किया जाता है। महापौर की ना तो होश है और ना ही उनकी बातों को निगम कर्मचारी गंभीरता से लेते हैं। रोज दर्जनों की संख्या में सर्दी जुकाम और दमा के मरीज पैदा हो रहे हैं। डाक्टरों ने इसको वजह धूल को बताया है। स्थानीय लोगों ने व्यापारियों के साथ मिलकर क्षेत्र में फेस मास्क बांटने का फैसला किया है। शायद निगम प्रशासन की आंख खुल जाए।


