शिक्षक विकास कार्यक्रम में तकनीकी सिद्धांत व पर्यावरणीय ऊर्जा पर हुई चर्चा
गलगोटिया कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में एप्लाइड सांइस विभाग के द्वारा शिक्षक विकास कार्यक्रम 'इथिक्स ऑफ सस्टेनेबल टैक्नालॉजी इन इनर्जी एण्ड इनवायरॉन्मेंन्ट पर पांच दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में एप्लाइड सांइस विभाग के द्वारा शिक्षक विकास कार्यक्रम 'इथिक्स ऑफ सस्टेनेबल टैक्नालॉजी इन इनर्जी एण्ड इनवायरॉन्मेंन्ट पर पांच दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मंट एनसीसीएस पुणे के 'सॉइनटिस्ट-जी डॉ. योगेश सोवचे रहे।
एप्लाइड साइंस विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेणु सरीन कहा कि इस प्रकार के कार्योक्रमों का आयोजन करके हम अपने शिक्षकों के स्किल के स्तर को बढ़ाकर शिक्षा के क्षेत्र में नये से नये आयामों की संरचना करके अपने विद्यार्थियों का चहुंमुखी विकास करने का सत्तत प्रयत्न कर रहे हैं। उन्होंने पर्यावरण पर अपनी चिन्ता जताते हुए कहा कि विकास के कार्य तो अवश्य हो परन्तु उससे भविष्य होने वाली परेशानियों का भी विज्ञानियों को विशेष ध्यान रखना होगा।
इसी कड़ी में संस्थान के निदेशक डॉ. वी. के. द्विवेदी ने भी कहा कि उच्चकोटि की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना ही हमारा उद्देश्य है, उसके लिए हम निरन्तर प्रयासरत हैं। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। मुख्य अतिथि डॉ. योगेश सोवचे, डॉ. जी.एन. तिवारी आईआईटी दिल्ली, डॉ. ज्योति यादव आईजीआईबी दिल्ली, डॉ. विवेक कुमार आईआईटी दिल्ली, डॉ. गीता शारदा विवि, डॉ. वन्दना शर्मा दिल्ली विवि, डॉ. देवकान्त पहार डीआरडीओ, डॉ. ककाली पुरकायस्था वल्लबभाई पटेल चेस्ट, हेमन्त कुमार श्रीवास्तव, डॉ.राधे दिल्ली विवि, डॉ. रजनीश सरीन सीएस ई. नयी दिल्ली ने बहुत ही महत्वपूर्ण और रोचक जानकारियां दी।


