शिक्षक विकास कार्यक्रम में शिक्षा की तकनीकी पहलू पर की गई चर्चा
नॉलेज पार्क स्थित द्रोणाचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंन्स में एआईसीटीई की तरफ से दो दिवसीय शिक्षक विकास कार्यक्रम का आयोजन आईआईटी बाम्बे के सहयोग से आयोजित किया गया था, जिसका समापन रविवार को किया गया

ग्रेटर नोएडा। नॉलेज पार्क स्थित द्रोणाचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंन्स में एआईसीटीई की तरफ से दो दिवसीय शिक्षक विकास कार्यक्रम का आयोजन आईआईटी बाम्बे के सहयोग से आयोजित किया गया था, जिसका समापन रविवार को किया गया।
कार्यक्रम में एबीएईएस गाजियाबाद, डीएवी कनिका, जीएल बजाज ग्रेनो और द्रोणाचार्य संस्थान के शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्म भूषण प्रो. दीपक बी. पाठक सीएसई आईआईटी बाम्बे से शामिल हुए। आईआईटी बाम्बे सन 2000 से ही दूरस्थ संस्थानों विवि, कॉलेज में विज्ञान एवं इंजीनियरिंग शिक्षा से संबंधित विभिन्न कार्सों को आयोजित कर रहा है,जिसमें ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की जाती है।
इस अवसर पर आईसीटी के प्रभावशाली शिक्षा से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में प्रो. कानन मुदगलैय्या, आईआईटी बाम्बे, प्रो. यू.वी. भंडारकर, आईआईटी बा बे और जयक्रिशनन शिक्षण के तकनीकी पहलू पर अपने विचार रखे। द्रोणाचार्य संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी प्रो. अश्वनी कुमार ने बताया कि शिक्षक विकास कार्यक्रम में आईसीटी डिवाइस और एप्लीकेशन के टीचिंग तकनीकी, शिक्षा में आईसीटी के उपयोग के लिए नैतिक प्रथाओं के प्रति जागरूकता का विकास करना, आईसीटी का उपयोग करते हुए सूचना प्रसार के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं का उपयोग करें को बताया गया।
कार्यक्रम में शिक्षकों ने प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम सहित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। अंत में प्रतिभागी शिक्षकों को सार्टिफिकेट दिया गया और कार्यक्रम कोआर्डिनेटर मोनू सिंह असिस्टेन्ट प्रोफेसर कंप्यूटर साइंस ने धन्यवाद ज्ञापित किया।


