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होम्योपैथी शिक्षा और नई चुनौतियों, बीमारी व अनुसंधान पर हुई चर्चा

बैक्सन होम्योपैथी कॉलेज व अस्पताल में ग्लोबल होम्योपैथी फाउंडेशन व विज्ञान भारती की तरफ से राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

होम्योपैथी शिक्षा और नई चुनौतियों, बीमारी व अनुसंधान पर हुई चर्चा
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ग्रेटर नोएडा। ग्लोबल होम्योपैथी फाउंडेशन व विज्ञान भारती ने होम्योपैथी राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन बैक्सन होम्योपैथी कॉलेज व अस्पताल में किया गया। सम्मेलन में एएमआर, जनस्वास्थ्य पहल, अनुसंधान और बालरोग नोएडा होम्योपैथी कॉन्फ्रेंस एएमआर मानवता के लिए एक खतरा, होम्योपैथी अनुसंधान में नई दिशाएं, एएमआर और जनस्वास्थ्य, बालरोग में नई दिशाएं विषय पर होम्योपैथी कॉन्फ्रेंस में चर्चा की गई।

सम्मेलन का थीम सम्पूर्ण आरोग्यम रहा। सम्मेलन का उद्देश्य भारत में सुरक्षित स्वास्थ्य देखभाल के समाधान ढूंढने और भारतीय बहुधा स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में होम्योपैथी की शक्ति को मजबूत करने के लिए है।

सम्मेलन में होम्योपैथी के महानयकों को सम्मानित भी किया गया। इस सम्मेलन में डॉ. कृपाल सिंह बक्शी, डॉ. के.जी. सक्सेना, डॉ. जुगल किशोर, डॉ. दीवान हरिश चंद आदि को विशेष सम्मान दिए गए।

आगामी कोलकाता में आयोजित अंतिम कार्यक्रम में भारत में होम्योपैथी के पिता के रूप में जाने जाने वाले डॉ. महेंद्र लाल सिरकार को सम्मानित किया गया। सम्मेलन में शामिल तेरह प्रमुख वक्ताओं में जनस्वास्थ्य पहलुओं, जीवाणु संक्रमण प्रतिरोध और स्वास्थ्य देखभाल में नई दिशाओं पर चर्चा किया।

विशेष ध्यान होम्योपेथिक शिक्षा और नई चुनौतियों पर दिया गया, जैसे कि विभिन्न वायरल संक्रमण, लंबे समय तक की बीमारियाँ और आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल अनुसंधान के पहलुओं पर चर्चा हुई।

सम्मेलन में आयुष मंत्रालय के सलाहकार (होम्योपैथी) डॉ. संगीता दुग्गल, एयूश संगठन के निदेशक डॉ. राज कुमार मनचंदा, दिल्ली एनसीटी सरकार के आयुष निदेशक डॉ. सुभाष कौशिक, होम्योपैथी में अनुसंधान के लिए केंद्रीय परिषद के महानिदेशक डॉ. एसपीएस बक्शी, बकसन्स ग्रुप के चेयरमैन, इनोवेटिव थॉट फोरम के चेयरमैन और जीएचएफ के पेटून एस बी डंगायच, विज्ञान भारती से डॉ. गीता कृष्णन और डॉ. रंजना अग्रवाल शामिल हुए।


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