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अमेरिका के तथाकथित 'पारस्परिक टैरिफ' पर चीन और रूस के बीच चर्चा

रूस की राजधानी मॉस्को में चीनी वाणिज्य मंत्री वांग वनथाओ और रूसी आर्थिक विकास मंत्री मैक्सिम रेशेतनिकोव के बीच हुई बैठक में द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने तथा अमेरिका द्वारा लगाए गए तथाकथित "पारस्परिक टैरिफ" के प्रति संयुक्त प्रतिक्रिया पर चर्चा हुई

अमेरिका के तथाकथित पारस्परिक टैरिफ पर चीन और रूस के बीच चर्चा
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बीजिंग। रूस की राजधानी मॉस्को में चीनी वाणिज्य मंत्री वांग वनथाओ और रूसी आर्थिक विकास मंत्री मैक्सिम रेशेतनिकोव के बीच हुई बैठक में द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने तथा अमेरिका द्वारा लगाए गए तथाकथित "पारस्परिक टैरिफ" के प्रति संयुक्त प्रतिक्रिया पर चर्चा हुई।

दोनों नेताओं ने उन्नत चीन-रूस बीमा समझौते के कार्यान्वयन और व्यापार-निवेश सहयोग को गति देने पर जोर दिया।

वांग वनथाओ ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन में, नए युग में चीन-रूस समन्वय की व्यापक रणनीतिक साझेदारी लगातार गहरी हो रही है, आर्थिक और व्यापारिक सहयोग का अच्छा विकसित रुझान बनाए रखता है। दोनों पक्षों को उन्नत संस्करण वाले "निवेश के संवर्धन और पारस्परिक संरक्षण पर चीन-रूस समझौते" की भूमिका को पूरी तरह से निभाते हुए दोनों देशों के उद्यमों के लिए अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष निवेश और कारोबारी माहौल प्रदान करना चाहिए और चीन-रूस आर्थिक व व्यापारिक सहयोग के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को लगातार बढ़ावा देना चाहिए।

चीनी वाणिज्य मंत्री ने चीन के अमेरिका द्वारा तथाकथित "पारस्परिक टैरिफ" के दुरुपयोग का दृढ़ता से विरोध पर प्रकाश डाला और कहा कि चीन ने दृढ़ प्रतिकार उपाय अपनाए हैं। उनका कहना है कि पूर्ण एवं व्यापक मूल्यांकन के बाद, चीन ने हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ उच्च स्तरीय आर्थिक एवं व्यापार वार्ता आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की है। चीन का रुख हमेशा से सुसंगत है। अपने स्वयं के विकास हितों की रक्षा करने के लिए चीन का दृढ़ संकल्प नहीं बदलेगा और अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता व न्याय की रक्षा करने तथा अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापारिक व्यवस्था को बनाए रखने का चीन का रुख और लक्ष्य नहीं बदलेगा।

वहीं, रूसी मंत्री रेशेतनिकोव ने कहा कि रूस और चीन के बीच आपसी लाभ वाला सहयोग किसी तीसरे पक्ष के विरुद्ध नहीं है और यह दोनों देशों के मौलिक हित में है। हाल के वर्षों में, दोनों पक्षों के बीच व्यापार मजबूत बना हुआ है तथा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग परियोजनाएं सुचारू रूप से आगे बढ़ रही हैं। भविष्य में, दोनों पक्षों को सहयोग के अवसरों का लाभ उठाते हुए औद्योगिक सहयोग को और गहरा करना चाहिए, दोतरफा निवेश का विस्तार करना चाहिए और नए विकास बिंदुओं का विकास करना चाहिए।


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