अविश्वास प्रस्ताव सम्मेलन निरस्त नपा अध्यक्ष को मिली राहत
नपा रतनपुर के पार्षदों के द्वारा नपा अध्यक्ष आशा सूर्यवंशी को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन कलेक्टर को दिया गया था
रतनपुर। नपा रतनपुर के पार्षदों के द्वारा नपा अध्यक्ष आशा सूर्यवंशी को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन कलेक्टर को दिया गया था। हस्ताक्षर प्रतिपरीक्षण उपरांत कलेक्टर ने इस अविश्वास प्रस्ताव पर 30 अगस्त को मतदान का दिन निर्धारित किया था। तारीख का एलान होते ही एक ओर जहां कांग्रेस नपा अध्यक्ष की कुर्सी बचाने में जुट गई थी। वही नपा परिषद के 13 पार्षद इस अविश्वास प्रस्ताव को सफल बनाने में जुटे थे।
वही जिला कलेक्टर पी दयानंद ने लिपिकीय त्रुटी बताते हुए 30 अगस्त को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव सम्मेलन को निरस्त कर दिया है। नपा परिषद के 13 पार्षदों के द्वारा नगर हित में कार्य नही करने और नगर विकास नही होने और पार्षद मद के कार्यो पर अध्यक्ष का ध्यान नही देने की बात कहते हुये नपा अध्यक्ष श्रीमती आशा सूर्यवंशी से नाराज पार्षदों ने मोर्चा खोलते हुये उनके खिलाफ कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव लाने आवेदन दिया था, जिसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर पी दयानंद ने पहले पार्षदों का हस्ताक्षर प्रतिपरीक्षण कराया तत्पश्चात उन्होंने इस अविश्वास प्रस्ताव पर 30 अगस्त को मतदान की दिन तय किया था तारीख का एलान होते ही नगर में इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा तेज हो गई थी।
नपा अध्यक्ष आशा सूर्यवंशी से नाराज 13 पार्षदों का कहना है कि नपा अध्यक्ष चुनाव के वक्त जो उन्होने नगर विकास और नगर की मूलभूत समस्याओं को दूर करने वादा किया था उसमें वे बिल्कुल ही खरी नही उतरी नपा अध्यक्ष अपने ढाई वर्ष के कार्यकाल में सिर्फ स्वयं के हीतो को देखते हुए ही कार्य कर रही थी बार-बार बोलने पर भी किसी भी वार्ड में विकास कार्य नही किया गया। वही नपा अध्यक्ष की हठधर्मिता, अहंकार और अपने रसूख के दम पर उनके द्वारा अपने मन मुताविक काम नही करने वाले चार मुख्य नपा अधिकारियों का तबादला भी करवाया जा चुका है बार बार अधिकारियों के तबादले से नगर विकास काफी हद तक प्रभावित हुआ है।
वही वार्ड में विकास कार्य की बात कहने पर नपा अध्यक्ष के द्वारा थाने में झूठी शिकायत भी दर्ज कराने की बात इन पार्षदो के द्वारा की गई जिससे क्षुब्ध पार्षदो ने अब नपा अध्यक्ष को हटाने का मन बना चुके थे जिस पर जिला कलेक्टर पी दयानंद ने लिपीकीय त्रुटी बताते हुए 30 अगस्त को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव को निरस्त कर दिया इसकी सूचना सोमवार 28 अगस्त को जब सभी पार्षदों को नपा के माध्यम से दिया गया तब पार्षदो ने नई रणनिती के तहत आगे की लड़ाई लड़ने की तैयारी में लग गये।
शैलेष ने सम्भाली कमान
नपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिये जिन 13 पार्षदो ने कलेक्टर को आवेदन दिये थे उसमें कांग्रेस के भी पार्षद होने से उन्हे मनाने के लिये और अध्यक्ष के पक्ष में वोट करने के लिये तेज तर्रार कांग्रेस नेता शैलेष पाण्डेय को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने जवाब दारी दी जिस पर वे विगत 2-3 दिन से डटे रहे और नाराज कांग्रेस पार्षदो से मिटींग कर मान मनव्वल व समझाइश देते हुये आशा के पक्ष में ही वोट करने की नशीहत देते रहे फिलहाल मामला अभी कुछ दिनो के लिये टल गया है आगे देखना होगा की तेज तर्रार कांग्रेस नेता शैलेष पाण्डेय को मिली प्रथम जवाबदारी पर वे सफल हो पाते है या नही।़
कलेक्टर ने किया निरस्त
पार्षदो के द्वारा नपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के आवेदन का प्रतिपरीक्षण कलेक्टर के द्वारा कराने के बाद 30 अगस्त को पार्षदो का सम्मिलन होना था जिस पर पुन: आदेश करते हुए कलेक्टर ने 30 अगस्त को होने वाले सम्मेलन को निरस्त कर दिया है।
आज करेंगे पुन: आवेदन
कलेक्टर के द्वारा 30 अगस्त को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव के सम्मिलन को निरस्त करने के पश्चात नपा के 13 पार्षद आज पुन: नपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिये आवेदन करेंगे।


