न्याय न मिलने पर दिव्यांग महिला ने प्रधानमंत्री से मांगी ईच्छा मौत
हरियाणा में सिरसा की एक दिव्यांग महिला ने पुलिस उत्पीड़न मामले में न्याय न मिलने से आहत होकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर इच्छा मौत मांगी और उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपने बेटे के साथ

सिरसा। हरियाणा में सिरसा की एक दिव्यांग महिला ने पुलिस उत्पीड़न मामले में न्याय न मिलने से आहत होकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर इच्छा मौत मांगी और उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपने बेटे के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई।
दिव्यांग कमलेश रानी ने इस मामले में अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा जांच के नाम पर बुलाकर अभद्रता किए जाने का भी आरोप लगाया है।
उसने आयुक्त व उपायुक्त को एक पत्र भी लिखा है। पीड़िता ने कहा कि वर्ष 2018 में कुछ लोगों ने उसका मकान खाली करवाने को लेकर दोनों मां-बेटों के साथ मारपीट की थी।
इस मामले के जांच अधिकारी व तत्कालीन कीर्तिनगर चौकी प्रभारी एएसआई राजेश यादव ने उसे व उसके बेटे को पुलिस चौकी में बुलाकर की गई मारपीट के मामले में गत 9 अगस्त को उपायुक्त के आदेशों पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई, जिसमें अतिरिक्त उपायुक्त, एसडीएम व डीआरओ को शामिल किया गया था।
पिछली 27 अगस्त को जांच के लिए बुलाया गया था जब वह अपने बेटे संदीप शर्मा के साथ दस्तावेज लेकर पहुंच गई। आरटीआई के तहत मिले रिकॉर्ड को मानने से जांच अधिकारी अतिरिक्त उपायुक्त ने मना कर दिया।
कमलेश रानी ने कहा कि इस मामले को लगभग डेढ़ साल बीत चुका है। हर बार उन्हें ही जांच के लिए बुलाया जाता है, जबकि झूठे बयान देने वाले पांचों पार्षदों सुनील कुमार, नारायण सिंह, कौशल्या देवी, नीतू सोनी व रोहताश वर्मा व पुलिस कर्मचारियों को नहीं बुलाया गया। उसकी मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए।
जब इस संदर्भ में अतिरिक्त उपायुक्त मंदीप कौर से पूछा गया तो बताया कि दिव्यांग महिला से कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया उसके द्वारा पेश किए जा रहे कागजात अधूरे थे,जिन्हें पूर्ति के लिए कहा गया है।


