दागी अफसर को बनाया कंपनी का डायरेक्टर
छग राज्य विद्युत मंडल कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन पत्र के माध्यम से आरोप लगाया है कि मंडल में काफी अनियमितताएं व्याप्त है...

रायपुर। छग राज्य विद्युत मंडल कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन पत्र के माध्यम से आरोप लगाया है कि मंडल में काफी अनियमितताएं व्याप्त है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि कंपनी का बोर्ड आफ निदेशक एक ऐसे अधिकारी को बनाया गया है जिसकी छवि दागदार रही है। मीटर शिफ्ंिटग घोटाले में फंसे अधिकारी को नियुक्ति दिए जाने से अधिकारी कर्मचारी में काफी नाराजगी का माहौल है। लिहाजा मांग पत्र को सौंपते हुए तत्काल उचित निर्णय लेने की अपील की गई है।
उक्ताशय की जानकारी एक पत्रकार वार्ता में आरक्षित वर्ग अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष एसके ठाकुर ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कंपनी 2009 में बनने के बाद से संघ की लगातार मांग रही है कि पांच कंपनियों में से कम से कम दो प्रबंध निदेशक एमडी इन वर्गों से हो जो 45 प्रतिशत छत्तीसगढ़ की जनता का प्रतिनिधित्व रपता हो।
विगत 8 वर्षों के लगातार मांग के बावजूद 45 प्रतिशत जनता को कोई भी प्रतिनिधित्व बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में आज तक नहीं लिया गया और तो और अभी दो सामान्य वर्षों के सेवानिवृत्त अधिकारियों एचआर नरवरे एवं जीसी मुखर्जी को डायरेक्टर बना दिया गया जबकि इनमें से एचआर नरवरे जिनकी छवि दागदार है एवं जिनका नाम भी मीटर शिफ्टिंग में करोड़ों के गोटाले में प्रमुखता से सभी प्रमुख समाचार पत्रों में उजागर हुआ है एवं जिसकी जांच विगत दो वर्षों से चल रही है।
इसके साथ ही स्थानांतरण घोटाला, खरीदी घोटाला निर्माण घोटाला इनमें जो अधिकारी परमुखता से शामिल है ऐसे अधिकारी एचआर नरवरे को जारी पैसा का लेन देन कर भारी विरोध के बावजूद डायरेक्टर वितरण बना दिया गया जिससे विद्युत कंपनी के सारे अधिकारी कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।
विद्युत कंपनी में अनु. जाति जनजाति के वरिष्ठता में वरिष्ठतम अधिकारी कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित कर विगत 6 वर्षों से शासन के नियम विरुद्ध द्वारा सासन के नियम विरुद्ध सामान्य वर्गों के कनिष्ठ अधिकारी कर्मचारियों की पदोन्नति की जा रही है। विद्युत कंपनी के बाद उच्च अधिकारीगण गुमराह कर लाभ में चल रहे छग राज्य विद्युत मंडल को आज विद्युत कंपनी में परिवर्तित कर भारी घाटे में ला के खड़ा कर दिया है।


