डिजिटल तकनीक, शास्त्रीय संगीत, दुरूस्त करता है सेहत
एमटीएनएल परफैक्ट हैल्थ मेला में भाषा और स्वास्थ्य, नृत्य को फिटनेस व स्वास्थ्य के लिए प्रयोग करने, जल प्रदूषण की समस्या और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया
नई दिल्ली। एमटीएनएल परफैक्ट हैल्थ मेला में आज भाषा और स्वास्थ्य, नृत्य को फिटनेस व स्वास्थ्य के लिए प्रयोग करने, जल प्रदूषण की समस्या और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। डॉक्टरों ने इस अवसर पर बताया कि कैसे डिजिटल तकनीकों की मदद से स्वास्थ्य संबंधी अनेक सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है और रोगों की रोकथाम में भी इससे मदद मिलती है।
स्वास्थ्य के डिजिटाइजेशन, आनुवंशिकता और जीवन शैली के कारण भावी स्वास्थ्य जोखिमों का समय पर समाधान संभव है। प्रौद्योगिकी लोगों को अपने स्वयं के स्वास्थ्य को ट्रैक करने, मैनेज करने और प्रियजनों को भी स्वस्थ रखने में सहायक होती है।
हार्ट केअर फाउंडेशन के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. केके अग्रवाल ने कहा, 'हमें अच्छे स्वास्थ्य के लिए बते समय के ज्ञान की ओर भी रुख करना चाहिए। हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों में बहुत कुछ समाहित है। संगीत, नृत्य और भाषा के माध्यम से प्राकृतिक चिकित्सा को फिर से स्थापित करने की जरूरत है।
दवा, शल्य चिकित्सा और स्वास्थ्य संबंधी आधुनिक तकनीकों का अपना स्थान है, लेकिन प्राकृतिक उपचार के लाभों को भी कम करके नहीं देखा जा सकता। इस साल आयोजित हो रही कई प्रतियोगिताओं को इस विषय के आसपास केंद्रित किया गया है और प्राचीन चिकित्सा तकनीकों के बारे में युवा शोध को और अधिक मदद देने की योजना है। स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मन रहता है और यह लंबे जीवन का आधार है। समय की आवश्यकता है कि अच्छे भोजन, अच्छी जीवन शैली, शारीरिक सक्रियता पर जोर दिया जाये और धूम्रपान व मदिरापान से परहेज किया जाये।’


