अवैध खनन रोकने डीआईजी खुद उतरे मैदान में
मध्यप्रदेश के चंबल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) राजेश हिंगणकर ने अचानक सिंध नदी किनारे अवैध रेत खदानों पर छापा मारकर आवश्यक कार्रवाई की।

भिंड। मध्यप्रदेश के चंबल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) राजेश हिंगणकर ने अचानक सिंध नदी किनारे अवैध रेत खदानों पर छापा मारकर आवश्यक कार्रवाई की।
डीआईजी को मौके पर अवैध उत्खनन कर भंडार की गयी 19 हजार घन मीटर रेत मिली। इस रेत को जब्त किया गया है। जब्त रेत की बाजार कीमत 60 लाख रुपए के आसपास बतायी गयी है। डीआईजी के साथ कार्रवाई में मौजूद रहे जिला खनिज अधिकारी आर पी भदकारिया का कहना है जब्त रेत से 19 लाख रुपए की तो सिर्फ रॉयल्टी चोरी हुई है। डीआईजी ने भिंड जिले के भारौली थाना क्षेत्र और गोरम और लहार के पर्रायच गांव में कल छापा मारा।
डीआईजी ने इसके एक दिन पहले ही हवलदार मुकेश राजावत और आरक्षक ड्राइवर आशीष शर्मा को निलंबित किया था। दोनों के निलंबन में डीआईजी ने थाना प्रभारियों से कथित अवैध वसूली और रेत के अवैध कारोबार में दोनों पुलिसकर्मियों की संलिप्ता को आधार बनाया गया है।
अवैध रेत भंडार स्थल पर कल पहुंचे डीआईजी का कहना है कि वे इसमें पुलिस की संलिप्ता की जांच भी कर रहे हैं। डीआईजी ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर भिंड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) संजीव कंचन को जांच का कार्य सौंपा है। एएसपी सात दिन में जांच कर प्रतिवेदन डीआईजी को देंगे।
श्री हिंगणकर ने आज यहां बताया कि तीन गांवों में रेत उत्खनन की जानकारी सामने आयी है। अवैध भंडारण में ताजा रेत मिली है। हाल में ही उसे अवैध उत्खनन के जरिए एकत्रित किया गया है। अवैध रेत उत्खनन को लेकर कई बार भिंड पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई, इसलिए उन्हें स्वयं कार्रवाई के लिए आना पड़ा। भारौली थाना प्रभारी यतेन्द्र सिंह भदौरिया, वाहन चालक शिवा शर्मा और लहार थाना प्रभारी विजय सिंह तोमर को निलंबित कर दिया गया है।


