नक्सल प्रभावित इलाकों में बिजली की योजनाओं को लागू करने में हो रही कठिनाई : पीयूष गोयल
देश के हर गांव में बिजली पहुंचाने की दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना को लागू करने के लिए छत्तीसगढ में बाकी 321 गांवों में से नक्सल प्रभावित 191 गांवों में सर्वेक्षण का काम भी पूरा नहीं किया जा सका

नयी दिल्ली। देश के हर गांव में बिजली पहुंचाने की दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना को लागू करने के लिए छत्तीसगढ में बाकी कुल 321 गांवों में से नक्सल प्रभावित 191 गांवों में अभी सर्वेक्षण का काम भी पूरा नहीं किया जा सका है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार राज्य के सुकमा, बस्तर, दंतेवाडा, नारायणपुर और बीजापुर के 191 गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए सर्वेक्षण का काम पूरा नहीं किया जा सका है।
राज्य के कुल 321 गांवों के 6.51 घरों का अभी विद्युतीकरण होना बाकी है।
वर्ष 2015 तक अविद्युतीकृत गांवों की संख्या 1080 थी और अप्रैल 2017 तक कुल 759 गांवों में बिजली पहुंचायी गयी। राज्य के कुल 19567 गांवों में से 19246 यानी 98 प्रतिशत में बिजली पहुंच गयी है।
केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने भी स्वीकार किया है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में बिजली की योजनाओं को लागू करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने राज्य सरकारों से यह मसला केंद्रीय गृह मंत्रालय के समक्ष रखने का सुझाव दिया।
राज्यों के बिजली मंत्रियों ने हाल में यहां आयोजित सम्मेलन में दिसंबर 2018 तक हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हासिल करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।


