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'एच1बी और एल-1 वीसा के मुद्दे पर संवाद जारी'

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों के साथ एच1बी और एल-1 वीसा के बारे में भारतीय पेशेवरो के हितों को लेकर लगातार संवाद बनाये हुए है

एच1बी और एल-1 वीसा के मुद्दे पर संवाद जारी
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नयी दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि भारत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों के साथ एच1बी और एल-1 वीसा के बारे में भारतीय पेशेवरों के हितों को लेकर लगातार संवाद बनाये हुए है।

श्रीमती स्वराज ने यहां अमेरिका के विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।

उन्होंने श्री टिलरसन की मौजूदगी में कहा कि बैठक में अमेरिका में भारतीय कुशल पेशेवर जो एच-1 बी और एल-1 वीजा के तहत अमेरिका गए हैं, अमेरिका की अर्थव्यवस्था में उनके महत्वपूर्ण योगदान पर भी हमने चर्चा की है।

काफी समय से लंबित टोटलाइजेशन के मुद्दे के हल के लिए भी मैंने विदेश मंत्री टिलर्सन से सहयोग मांगा है और ये चाहा है कि अमेरिका द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया जाना चाहिए जिससे भारत के हितों को आघात लगे।

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों अमेरिकी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल आया था और उन्होंने अमेरिकी सांसदों को भारत के पक्ष से अवगत कराया था। श्री टिलरसन के साथ गत माह न्यूयॉर्क में हुई बैठक में भी उन्होंने इस विषय को उठाया था और आज भी चर्चा की है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका में अभी तक दाेनों वीसा के प्रणालियों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इनमें कोई भी बदलाव कांग्रेस में विधेयक के माध्यम से या प्रशासन के कार्यकारी आदेश से हो सकता है। इसलिए वह दोनों पक्षों से संवाद बनाए हुए हैं।

उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के विकास में पारस्परिक लोक सम्पर्क ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुशल पेशेवरों द्वारा चलाई गई आपसी लाभप्रद डिजिटल साझेदारी से इसका पता चलता है।

श्री टिलरसन ने सही कहा है कि कोई भी दो देश नवाेन्वेषण को इतने बेहतर ढंग से बढ़ावा नहीं दे सकते हैं जितना भारत और अमेरिका ने बढ़ाया है। नवान्वेषण, उद्यमिता और आर्थिक सहयोग हमारे संबंधों का एक महत्वपूर्ण आधार रहे हैं।

अगले माह भारत और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन के आयोजन से हमारे बीच आर्थिक और नवान्वेषण के क्षेत्र में साझेदारी और मजबूत होगी।

उन्होंने कहा कि वह इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की पुत्री एवं सलाहकार सुश्री इवानका ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करने के लिए भी उत्सुक हैं।

श्रीमती स्वराज ने कहा कि बैठक में दोनों देशों ने ‘जीवंत आर्थिक साझेदारी’ पर भी चर्चा की और माना कि भारत द्वारा अमेरिका से कच्चे तेल की खरीद से हमारी ऊर्जा साझेदारी में एक नया अध्याय जुड़ गया है।

उन्होंने इस संबंध में श्री टिलरसन के व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना की।

विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि हमारे बीच द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग की अपार संभावनाओं को हासिल करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।

भारतीय अर्थव्यवस्था के टिकाऊ विकास से भारत-अमेरिका आर्थिक संबंध में नए अवसर पैदा होंगे।


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