विकास का मतलब हर इलाके और हर समुदाय का विकास है: नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सर्वांगीण विकास का संकल्प दुहराते हुए आज कहा कि विकास का मतलब न्याय के साथ हर इलाके और हर समुदाय का विकास है।

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सर्वांगीण विकास का संकल्प दुहराते हुए आज कहा कि विकास का मतलब न्याय के साथ हर इलाके और हर समुदाय का विकास है।
कुमार ने यहां आयोजित ‘बिहार संवादी’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संवाद और बहस के बीच में फर्क इस कार्यक्रम की पृष्ठभूमि है।
आज देश-दुनिया में तनाव और टकराव का माहौल बना हुआ है। इस माहौल से निकल कर सकारात्मक मानसिकता के साथ काम करने की जरूरत है। किसी भी संवाद का आयोजन इस तरह किया जाना चाहिए जो सकारात्मक दिखे और उसका निष्कर्ष भी सकारात्मक हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से साहित्य एवं सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है। बिहार की अद्भुत भूमि ज्ञान की भूमि रही है।
यह भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि और भगवान महावीर की जन्मभूमि, ज्ञानभूमि एवं निर्वाण भूमि है। इस भूमि पर ही सम्राट अशोक का चंड अशोक से धम्म अशोक में परिवर्तन हुआ। यहीं अर्थशास्त्र के रचयिता चाणक्य थे, जिन्होंने देश के सम्राट के रुप में चंद्रगुप्त का चयन किया।
शून्य का आविष्कार करने वाले आर्यभट्ट भी यहीं हुए। हर क्षेत्र में चाहे, वह साहित्य का हो, दर्शन का हो, विज्ञान या कला का हो बिहार की अपनी भूमिका रही है।
कुमार ने कहा, “समाज में प्रेम-सद्भाव और सौहार्द का माहौल बनाए रखने की जरुरत है। मुझे उम्मीद है कि इस संवाद से सकारात्मक संदेश जाएगा।
कार्यक्रम में की गयी चर्चा का व्यापक असर होगा। शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे समाज सुधार के मुद्दों पर भी चर्चा किये जाने की जरूरत है।यह कार्यक्रम साहित्य उत्सव की तरह है और इसमें खुशी तब मिलेगी जब समाज में तनाव एवं टकराव खत्म होगा।”


