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उपपंजीयक कार्यालय में रैम्प नहीं, दिव्यांग परेशान

तहसील मुख्यालय में बने उप पंजीयक कार्यालय में रैम्प नही बनने के कारण पंजीयन कराने के लिए पहुंचने वाले दिव्यांगों  को भारी असुविधा हो रही है

उपपंजीयक कार्यालय में रैम्प नहीं, दिव्यांग परेशान
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तखतपुर। तहसील मुख्यालय में बने उप पंजीयक कार्यालय में रैम्प नही बनने के कारण पंजीयन कराने के लिए पहुंचने वाले दिव्यांगों को भारी असुविधा हो रही है।

उप पंजीयक कार्यालय तखतपुर के नवीन भवन का निर्माण प्रांरभ से ही काफी चर्चे में रहा है कभी समय पर कार्य पूरा न होने तो कभी गुणवत्ताहीन सामाग्री का उपयोग करने तो कभी लोकार्पण होने के पहले ही भवन में जगह जगह दरारें पड़ने तथा मरम्मत के बाद भी स्थिति न सुधरने जैसे कई घटनाएं हुई है।

पहले तहसील कार्यालय के एक छोटे से कमरे में पंजीयन का कार्य संपादित हो रहा था जिससे इस कार्यालय में पंजीयन कराने के लिए पहुंच रहे लोगों की मुसिबत का सामना करना पड़ता था लोगों की समस्या को देखते हुए सरकार ने नवीन भवन हेतू 58 लाख रूपए स्वीकृत किया था जिसका निर्माण लगभग 2 साल पहले किया गया और आज तक इस भवन का लोकार्पण नही हो पाया है जैसे ही भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ शुरूआत से इसकी गुणवत्ता ठीक नही रही है

भवन बनते ही कई बार दिवारों में दरारें आ गई कई बार दिवारें गिर गया था। इस गुणवत्ताहीन बन रहे भवन की शिकायत आला अधिकारीयों से भी किया गया था जिस पर कलेक्टर ने भी कार्यवाही करने को कहा था। जैसे तैसे कर भवन बनकर तैयार हुआ और जब तैयार हुआ उसके कुछ ही दिनों बाद पूरा पानी का सिपेज आ गया और जगह जगह दरारें आ गई।

पंजीयन विभाग ने इसकी सूचना निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग को दिया गया तब ठेकेदार के द्वारा भवन में लीपा पोती कर दरारें को भर दिया।

लेकिन इसकी मजबूती में दम नही रहा यहीं कारण कि पंजीयन विभाग आज तक इसे अपने आधिपत्य में नही लिया और लोक निर्माण विभाग को भी लिखित में दे दिया है कि गुणवत्ताहीन बने भवन को अधिग्रहित नही किया जाएगा। भले ही भवन को पंजीयन विभाग अपने आधिपत्य में नही लिया है लेकिन पंजीयन का कार्य इसी भवन से संपादित कर रहे है।

जमींन से लगभग 6 फीट ऊपर बने इस भवन में पहुंचने के लिए 10 से 12 सीढ़ी तय करना पड़ता है सामान्य लोग तो कोई परेशानी नही होती है परंतु बुजूर्गो और दिव्यांगों के लिए इस कक्ष में पहुंचना किसी सजा से कम नही लगता है।

रैम्प अनिवार्य
शासन का निर्देश है कि सभी शासकीय कार्यालयों में दिव्यांग व्यक्तियों के आसानी से पहुंचने के लिए रैम्प बनाने के निर्देश है लेकिन 58 लाख के बने पंजीयन कार्यालय में ठेकेदार ने शासन के नियमों की अंदेखी तो किया ही है इसमें लोग निर्माण विभाग के आलाअधिकारी भी आंख मंूद लिए है जबकि भवन के मूल्यांकन करते समय इसे जरूर देखा जाना चाहिए था।

जानकारी दी गई है
दिव्यांगों और बुजूर्गो को इस कार्यालय में पहुंचने के लिए हो रही असुविधा के संबंध में अवगत करा दिया गया है।
अजा पाल उपपंजीयक तखतपुर।


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