घर मिलने में देरी को लेकर ला रेसिडेंशिया डेवलपर्स के खिलाफ प्रदर्शन
दो साल से यहां का निर्माण कार्य पुरी तरह से बंद है खरीदारों ने कई बार मैनेजमेंट से बैठक की, लेकिन उन्होनें हर बार नई तारीख देकर गुमराह करते रहे

ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो वेस्ट स्थित ला रेजिडेशिया के निवासियों ने सोसाइटी के कार्यालय पर निवेशकों ने प्रदर्शन किया और बिसरख कोतवाली पर पहुंचकर बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। खरीदारों ने अपना फ्लैट 2009-10 में बुक कराए थे।
पिछले दो साल से यहां का निर्माण कार्य पुरी तरह से बंद है खरीदारों ने कई बार मैनेजमेंट से बैठक की, लेकिन उन्होनें हर बार नई तारीख देकर गुमराह करते रहे। अंत में डाईरेक्टरो ने यहां तक कह दिया कि हमारे पास पेन्ड नहीं है। इस बात से खरीदारों में आक्रोश है कि हमारा दिया गया पैसा कहां गया यहां यह बताना भी जरुरी है कि खरीदार 90 से 100 प्रतिशत तक पेमेन्ट कर चुके हैं। इसी आक्रोश के अन्तर्गत पिछले कई रविवार से खरीदार धरना-प्रर्दशन कर रहे है। पिछले रविवार को डायरेक्टर्स द्वारा लिखित माध्यम से आश्वासन दिया गया की 20 सितम्बर को पत्र के माध्यम से पोस्सेशन के बारे में सूचित किया जाएगा साथ ही 30 तारीख तक निर्माण कार्य पूरी गति से शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन आज भी कोई पत्र एवं निर्माण कार्य का वादा पूरा नहीं किया गया। वहीं लोगों का कहना है कि हमारे फ्लैटों की बुकिंग के दौरान, हस्ताक्षरित समझौते में उल्लिखित टावरों का कोई चरणवार विभाजन-समापन की तिथि नहीं थी। उसी समय, जिन्होंने टावर 1 से 18 में अपने फ्लैट बुक किए थे, वे कब्जे के सभी लाभों का आनंद ले रहे हैं और जिन्होंने 19 से 39 तक टावर में अपने फ्लैट बुक किए थे, अभी भी कब्जे की प्रतीक्षा कर रहे है। हम अपने फ्लैटों के कब्जे में देरी के कारण एक ही समय में ईएमआई और घर के लिए किराए के रूप में बड़ी रकम दे रहे हैं। लोगों की मांग है कि यदि बिल्डर तैयार टावरों में उपलब्ध खाली फ्लैटों में समायोजित करने में असमर्थ हैं, तो उनके फ्लैटों के कब्जे तक किराए का भुगतान करें।
सुपरटेक ईको विलेज में खेल पार्क की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
ग्रेटर नोएडा। सुपरटेक ईको विलेज-2 परियोजना में बिल्डर की मनमानी से आजिज सोसाइटी के निवासियों ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें बच्चे और महिलाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान बच्चे हाथों में तख्तियां लिए खेल के पार्क की मांग कर रहे थे।
दरअसल, सुपरटेक ईको विलेज-2 में लैट बेचते समय बिल्डर ने बच्चों के खेलने के लिए पार्क दिखाया, लेकिन बाद में धोखाधड़ी की और पार्क की जगह गाड़ियों की पार्किंग के लिए बेच दी। सोसाइटी के लोग अब ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। बिल्डर से कई बार बात करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई तो लोग सड़क पर उतरे। सोसाइटी के निवासियों ने सोसाइटी के अंदर और सुपरटेक ईको विलेज 2 के मार्केटिंग ऑफिस में जमकर बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे बच्चों के हाथ में पोस्टर थे। प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि बिल्डर मनमानी कर रहा है। ईको विलेज-2 में 7 हजार से अधिक फ्लैट हैं, लेकिन बच्चों के खेलने के लिए पार्क नहीं है। मिहिर गौतम ने बताया कि बिल्डर ने लोगों के साथ धोखाधड़ी किया है, पार्क की जमीन दिखाकर लोगों से फ्लैट की बुकिंग कराया और उसे पार्किंग में तब्दील कर दिया गया है। बच्चों के खेलने के लिए पार्क नहीं है ऐसे में बच्चे कहां पर खेलने जाएं।


