निजी स्कूलों की मनमर्जी के खिलाफ अभिभावकों का प्रदर्शन
सरकार के आदेश का उलंघन करने वाले स्कूलों पर की जाए कार्यवायी

ग्रेटर नोएडा। अभिभावकों ने निजी स्कूलों की मनमर्जी के खिलाफ रविवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बैनर लेकर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर सुखपाल सिंह तूर, फाउंडर, एनसीआर पैरेंट्स एसोसिएशन ने बताया के अभिभावक प्राइवेट स्कूलों द्वारा उनके आर्थिक व मानसिक दोहन से परेशान है।
स्कूल, जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेशों के खिलाफ बुक्स, स्टेशनरी स्कूल से या किसी खास दुकान से महंगे दामों पक लेने के लिए दबाव बना रहे है। ट्रांसपोर्ट चार्ज, लेट फीस भी अपनी मनमर्जी से लेने की बात कर रहे हैं।
अभिभावकों का कहना है के स्कूलों ने हाई कोर्ट के फैसले के बाद, शासन के कोरोना काल में ली गई 15 प्रतिशत फीस वापसी के आदेश का अभी तक अनुपालन नहीं किया है। वे स्कूल में प्रार्थना पत्र के साथ साथ मौखिक रूप से भी निवेदन कर रहे है। लेकिन स्कूल कह रहे हैं कि उनको किसी की तरफ से 15 प्रतिशत फीस वापसी का कोई आदेश नहीं मिला है।
ज्ञात रहे के जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस संदर्भ में 25 फरवरी को स्कूलों को जारी आदेश में इसका एक हफ्ते में अनुपालन करने के लिए कहा था। प्राइवेट स्कूल ना तो कोर्ट का और ना ही उत्तर प्रदेश सरकार का आदेश मानने के लिए तैयार हैं, इसलिये अभिभावकों ने जिला अधिकारी जो जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति (डीएफरसी) के अध्यक्ष भी है, को एक ज्ञापन सौंपा था। इस ज्ञापन के साथ लगभग दो दर्जन स्कूलों की 210 शिकायतें संलग्न थी।
अभिभावक एक बार फिर जिला अधिकारी को स्मरण पत्र के साथ अनुरोध करेंगे के वो अभिभावकों के हित में उच्च न्यायालय के फैसले के बाद शासनदेश द्वारा दिये गये इस अहम आदेश का स्वतः सज्ञान लेते हुये जिले के सभी निजी स्कूलों की बैठक आयोजित कर फीस वापसी का रिकॉर्ड मांगे। साथ ही बुक्स, स्टेशनरी बेचने की सच्चाई जानने के लिए छापेमारी करें।
इसमें जो स्कूल सरकार के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं उन पर सख्त कार्रवाई की जाये। दीपांकर कुमार, राज कुमार, सागर गुप्ता, शुभ्रा, आरती, हिमांश अग्रवाल, अविनाश झा, मयंक मिश्रा,पंकज, राजेश आदि इस प्रदर्शन में मौजूद रहे।


