सेवा समाप्ति के विरोध में जल संसाधन विभाग में प्रदर्शन
अधिकारियों ने आदेश वापस लेने का आश्वासन दिया, अन्यथा सोमवार को पुन: जंगी प्रदर्शन किया जाएगा

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश से तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ जल संसाधन विभाग के एक अनियमित महिला कर्मचारी की कार्यपालन यंत्री द्वारा सेवा समाप्ति के आदेश से व्यापक नाराजगी व्यक्त करते हुए दोपहर 1 बजे काली माई मंदिर आकाशवाणी के पीछे स्थित जल प्रबंध संभाग क्रमांक एक में अनियमित कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
कार्यपालन यंत्री श्री बोरकर की अनुपस्थिति में श्री मिश्रा जी द्वारा प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर शीघ्र आदेश वापस लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने उनके आश्वासन पर आंदोलन स्थगित किया यदि 24 घंटे में सेवा समाप्ति आदेश वापस नहीं होगा तो सोमवार को पुन: जंगी प्रदर्शन किया जावेगा।
संघ के संरक्षक विजय कुमार झा कर्मचारी नेता इदरीश खान ने बताया है कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद कि किसी भी अनियमित कर्मचारियों की सेवा समाप्ति छपनी नहीं की जावेगी।
जल संसाधन विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री की घोषणा की अपेक्षा करते हुए एक महिला कर्मचारी जो 6-7 वर्षों से विभाग में अनियमित कर्मचारी के रूप में कार्य कर रही थी। उसकी सेवा समाप्त किया गया। इससे नाराज कर्मचारियों ने कल बुधवार 16 नवंबर को दोपहर 12 से 2 बजे तक जंगी प्रदर्शन किया। कार्यपालन अभियंता श्री बोरकर के अनुपस्थिति में सहायक अधिकारी श्री मिश्रा को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने शीघ्र सेवा समाप्ति के आदेश को वापस लेकर सेवा में रखने का आश्वासन दिया है।
जिम्मेदार अधिकारियों के आश्वासन के बाद नारेबाजी प्रदर्शन सोमवार तक स्थगित कर दिया गया। यदि 24 घंटे के अंदर सेवा समाप्ति आदेश वापस नहीं लिया जाता है, तो सोमवार को पुन: जंगी प्रदर्शन करने का निर्णय हड़ताली कर्मचारियों की सभा में लिया गया। इस अवसर पर प्रांतीय उपाध्यक्ष विश्वनाथ धुव, सुरेन्द्र त्रिपाठी, अनियमित कर्मचारी नेता देवेश साहू एवं संदीप पांडे सहित सैकड़ों महिला कर्मचारियों ने प्रदर्शन में भाग लिया। सभी की संवेदनाएं सेवा समाप्ति से पीडि़त महिला कर्मचारी के पक्ष में परिलक्षित हुआ है। यदि 24 घंटे के अंदर सेवा समाप्ति आदेश वापस नहीं लिया गया तो सोमवार 21 नवंबर को पुन: जंगी प्रदर्शन करने का एक मतेन निर्णय पारित किया गया है।


