राजधानी में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा : पुलिस
विभिन्न राजनीतिक दलों और छात्र संगठनों के नागरिकता कानून के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और यहां के किसी भी इलाके से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली

नई दिल्ली। विभिन्न राजनीतिक दलों और छात्र संगठनों के नागरिकता कानून के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और यहां के किसी भी इलाके से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी और सेंट्रल दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मनदीप सिंह रंधावा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली, लाल किला के आसपास तथा नई दिल्ली जिले के कुछ हिस्सों में निषेधाज्ञा लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि कुछ संगठनों की ओर से लालकिला से शहीद पार्क तक विरोध मार्च निकालने की अनुमति मांगी गई थी जिसे अस्वीकार कर दिया गया था। प्रदर्शन की अनुमति मांगने वालों को लिखित में जवाब दिया गया था कि जो स्थान विरोध प्रदर्शन के तय है वहीं पर अपना विरोध जताएं। इस इलाके में कुछ अस्पताल होने के कारण लालकिला से शहीद पार्क तक विरोध मार्च की अनुमति नहीं दी गई।
श्री रंधावा ने कहा की राजधानी के अलग अलग इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे तथा समुचित पुलिस बलों को तैनात किया गया था। निषेधाज्ञा के कारण भी प्रदर्शनकारी लालकिला और मंडी हाउस के पास एकत्र होने की कोशिश की जिनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। अलग अलग इलाकों से हिरासत में लिए गए लोगों को सूरजमल स्टेडियम तथा बवाना स्टेडियम में रखा गया जिनमें कुछ लोगों को छोड़ दिया गया बाकी को प्रक्रिया पूरी करने के बाद छोड़ दिया जाएगा। अफवाहों से बचने के लिए कुछ इलाकों में कुछ घंटों के लिए इंटरनेट की गति को कम किया गया था।
कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दिल्ली पुलिस के अलावा 52 अन्य कंपनियों को भी अलग अलग जगहों पर तैनात किया गया जिसमें सीआरपीएफ तथा रैपिड एक्शन फोर्स शामिल है। तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अलग अलग इलाकों में तैनात थे।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोगों के यहां आने और प्रदर्शन में शामिल होने की आशंकाओं को देखते हुए पुलिस ने सख्ती से वाहनों की जांच की जिससे कई सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई।
उन्होंने दिल्ली वासियों से अपफवाहों से बचने और शांति बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस अफ़वाहों को रोकने के लिए सोशल मीडिया की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रही है।


