उद्योग के विरोध में एसडीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन
गौरव ग्राम अफरीद में खुल रहे उद्योग के खिलाफ ग्रामीणों ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है

चांपा। गौरव ग्राम अफरीद में खुल रहे उद्योग के खिलाफ ग्रामीणों ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है। इसके बावजूद ग्रामीणों की आवाज शासन-प्रशासन तक नहीं पहुंच रही है।
ग्राम जागरण महिला समिति के बैनर तले ग्रामीणों ने आज दूसरे चरण के तहत चांपा एसडीएम कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन किया, जबकि इसके पूर्व 16 मई को सरपंच लता राठौर घर के समक्ष कीर्तन-भजन के जरिए आंदोलन किया था।
बम्हनीडीह विकासखंड अंतर्गत गौरव ग्राम अफरीद के ग्रामीण व ग्राम जागरण महिला समिति के लोगों ने शासन-प्रशासन को दिए अपने ज्ञापन में कहा है कि बहेराडीह गांव में संचालित फैक्ट्री में कई श्रमिकों की मौत सिलिकोसिस नामक घातक बीमारी से हो चुकी है। इसके बावजूद ग्राम पंचायत सरपंच ने ग्रामीण व पंचायत सहमति के बिना फर्जी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है।
मामले की शिकायत के बावजूद चांपा एसडीएम ने कोई कार्रवाई नहीं की। उनका कहना है कि इन तथ्यों से साफ है कि उद्योग स्थापना में शासन की मौन सहमति है। उन्होंने अफरीद गांव में खुल रहे विवादास्पद एवं जानलेवा उद्योग के बंद होने तक ग्रामीण क्रमिक धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी।
इसके बावजूद शासन-प्रशासान ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके चलते ग्रामीणों ने बीते 16 मई को सरपंच लता राठौर घर के सामने कीर्तन-भजन के जरिए आंदोलन किया था। फिर भी शासन-प्रशासन का रवैया नकारात्मक ही रहा है।
ऐसे में आज एसडीएम कार्यालय चांपा के सामने धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद भी यदि पंचायत का अनापत्ति रद्द नहीं होती है तो 30 मई को कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया जाएगा।


