नोटबंदी से उत्पाद और वित्तीय सुदृढ़ीकरण पर सकारात्मक असर पड़ेगा : जेटली
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि पाँच सौ रुपये तथा एक हजार रुपये के पुराने नोटों को प्रतिबंधित किये जाने से दीर्घकाल में सकल घरेलू उत्पाद तथा वित्तीय सुदृढ़ीकरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

नयी दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि पाँच सौ रुपये तथा एक हजार रुपये के पुराने नोटों को प्रतिबंधित किये जाने से दीर्घकाल में सकल घरेलू उत्पाद तथा वित्तीय सुदृढ़ीकरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
जेटली ने यहाँ वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद् (एफएसडीसी) की 16वीं बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था काफी भंगुर है अपनी वृहद आर्थिक बुनियाद में सुधार के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था काफी बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
उन्होंने कहा कि समानांतर अर्थव्यवस्था तथा कर चोरी को समाप्त करने के उपायों का दीर्घावधि में जीडीपी और वित्तीय सुदृढ़ीकरण पर सकारात्मक असर होगा। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम् ने बैठक के दौरान देश की वर्तमान आर्थिक स्थिति पर एक प्रस्तुतीकरण पेश किया।
परिषद् ने अर्थव्यवस्था के समक्ष मौजूदा चुनौतियों की समीक्षा की तथा इस राय पर पहुँची की आज भारत पहले से कहीं ज्यादा समर्थ दिख रहा है। इस दौरान नियामकों ने अगले वित्त वर्ष के बजट के लिए भी अपने सुझाव रखे जिस पर विचार-विमर्श किया गया।
परिषद् ने बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति की स्थिति तथा जोखिम में फँसी परिसंपत्ति से निपटने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा किये गये उपायों का जायजा लिया तथा इस संबंध आगे की कार्रवाई के बारे में चर्चा की। उसने फिनटेक, डिजिटल नवाचार तथा साइबर सुरक्षा के मसलों पर भी मंथन किया।
बैठक में आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल, वित्त सचिव अशोक लवासा, वित्तीय मामले विभाग के सचिव शक्तिकांता दास, राजस्व सचिव हसमुख अधिया, वित्तीय सेवा विभाग की सचिव अंजुलि चिब दुग्गल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।


