लोकतंत्र और वंशवाद साथ - साथ नहीं चल सकते : नायडू
वंशवाद को लेकर देश में छिडी ताजा बहस के बीच उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि लोकतंत्र और वंशवाद साथ -साथ नहीं चल सकते

नई दिल्ली। वंशवाद को लेकर देश में छिडी ताजा बहस के बीच उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि लोकतंत्र और वंशवाद साथ -साथ नहीं चल सकते ।
श्री नायडू ने यहां एक पुस्तक का लोकार्पण करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि आजकल वंशवाद को लेकर काफी चर्चा हो रही है ।
उन्होंने कहा कि वंशवाद से लोकतंत्र को नुकसान पहुंचता है । लाेकतंत्र और वंशवाद साथ -साथ नहीं चल सकते । हालांकि कुछ लोगों के लिए यह बहुत मुफीद है ।
उपराष्ट्रपति ने साथ ही स्पष्ट किया कि अब वह राजनीति में नहीं हैं और वह किसी व्यक्ति या राजनीतिक पार्टी के लिए यह बात नहीं कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका के एक विश्वविद्यालय में हाल ही में कहा था कि वंशवाद भारत में आम है ।
उन्होंने कई नेताओं और उद्योगपतियों का हवाला दिया था जो वंशवाद की उपज हैं और कहा था कि इसे लेकर सिर्फ उन्हें ही निशाना बनाना ठीक नहीं है।
श्री नायडू ने कहा कि वह स्पष्टवादी हैं लेकिन लोगों का कहना है कि अब वह उपराष्ट्रपति बन गये हैं लिहाजा उन्हे प्रोटोकाल का ध्यान रखना चाहिए ।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उनका मानना है कि उच्च पदों पर बैठे व्यक्तियों को लोगों से मिलना -जुलना चाहिए ।
इसमें प्रोटोकाल आड़े नहीं आना चाहिए ।


