राणा कपूर और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की मांग
अजय अग्रवाल ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) को पत्र लिखकर कहा है कि यस बैंक के प्रोमोटर ने अनियिमतताओं के जरिए निर्दोष लोगों के साथ साथ वित्तीय संस्थानों के साथ धोखाधड़ी की है

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के एक वकील ने भारी संकट में फंसे निजी क्षेत्र के यस बैंक मामले में बैंक के संस्थापक राणा कपूर , रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
श्री अजय अग्रवाल ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) को पत्र लिखकर कहा है कि यस बैंक के प्रोमोटर ने अनियिमतताओं के जरिए निर्दोष लोगों के साथ साथ वित्तीय संस्थानों के साथ धोखाधड़ी की है।
मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने कपूर को धन शोधन मामले में 11 मार्च तक प्रर्वतन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है।
सीबीआई को लिखे गये पत्र में कहा गया है कि इस मामले की जांच भारतीय दंड संहिता के तहत की जानी चाहिए क्योंकि प्रर्वतन निदेशालय धन शोधन अधिनियम और फेमा के दायरे में रहकर ही कदम उठा सकता है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि यह धोखाधड़ी रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय की सांठगांठ के बिना नहीं हो सकती इसलिए कपूर के साथ साथ इन सबके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।
गत पांच मार्च को रिजर्व बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल काे भंग कर दिया था और स्टेट बैंक के पूर्व मुख्य वित्त अधिक प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया था।


